मलेरिया टेस्ट क्या होता है?
मलेरिया का संदेह मरीज के सिंड्रोम और शारीरिक परीक्षण के निष्कर्षों के आधार पर किया जाता है। हालांकि, एक निश्चित परीक्षण करने के लिए लेबोरेटरी टेस्ट द्वारा मलेरिया के परजीवी या उनके घटकों को दिखाया जाना चाहिए।
(और पढ़ें - ब्लड टेस्ट)
आपको मलेरिया है या नहीं, आपको और आपके डॉक्टर के लिए यह जानने का सबसे निश्चित तरीका नैदानिक परीक्षण ही है। इस टेस्ट में माइक्रोस्कोप द्वारा आपके खून के सैंपल में मलेरिया परजीवियों की खोज की जाती है। इससे संबंधित रोगों और मृत्यु दर को कम करने के लिए उपयुक्त उपचार करने जरूरी है। इसके लिए मलेरिया का शीघ्र और सटीक परीक्षण करना महत्वपूर्ण होता है।
(और पढ़ें - मलेरिया के घरेलू उपाय)
मलेरिया के लिए सबसे सस्ता, पसंदीदा और विश्वसनीय परीक्षण, माइक्रोस्कोप द्वारा खून (ब्लड फिल्म) की जांच करना होता है। क्योंकि, चार प्रमुख परजीवी प्रजातियों में से प्रत्येक की अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। ब्लड फिल्मों के दो प्रकारों को पारंपरिक रूप से परीक्षण हेतु प्रयोग किया जाता है:
(और पढ़ें - डेंगू का इलाज)
- पतली फिल्म (Thin films) – पतली फिल्म आम ब्लड फिल्म के समान होती है और यह प्रजातियों की पहचान करने में मदद करती है, क्योंकि इस में परजीवियों की उपस्थिति सबसे अच्छी तरह से संरक्षित होती है।
- मोटी फिल्म (Thick films) – इसमें पतली फिल्म के मुकाबले खून के सैंपल की अधिक मात्रा की जांच की जाती है और पतली ब्लड फिल्म की तुलना में यह अधिक संवेदनशील (Sensitive) होती है। इसलिए मोटी फिल्म में संक्रमण के निम्न स्तर की जांच करना आसान होता है, लेकिन इसमें परजीवियों का रूप काफी विकृत (बिगड़ा हुआ) होता है, जिसके कारण विभिन्न प्रजातियों में अंतर पता करना काफी मुश्किल हो जाता है।
(और पढ़ें - बुखार में क्या खाएं)
खून में परजीवियों की संख्या में समय-समय पर उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। इसलिए अगर वे प्राथमिक स्मीयर (Initial smears) के दौरान ना मिल पाएं एवं डॉक्टरों को अभी भी लगता है कि मरीज मलेरिया से संक्रमित है, तो टेस्ट करने के लिए और अधिक खून की आवश्यकता पड़ सकती है।
एक और त्वतरित टेस्ट (Quick test) एंटीजन आधारित रेपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट (RDT) उपलब्ध है। यह एक नैदानिक टेस्ट होता है, जो सिर्फ एक विशेष प्रकार के प्लाज्मोडियम परजीवी के लिए किया जाता है। इस टेस्ट का रिजल्ट सिर्फ 15 मिनट में आ जाता है और इसको करने के लिए किसी लैब या लंबे समय तक इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ती।
(और पढ़ें - जापानी एनसेफेलिटिस के उपचार)
यदि परीक्षण पेरिफरल ब्लड स्मीयर टेस्ट (Peripheral blood smear test) द्वारा स्पष्ट नहीं हो पाता, तो आपके डॉक्टर निम्न टेस्टों में से किसी एक टेस्ट को करवाने का आदेश दे सकते हैं।
- क्वांटिएटिव बफी कोट टेस्ट (QBC)
- इन्डायरेक्ट फ्लोरोसेंट एंटीबॉडी टेस्ट (IFAT)
- एंजाइम-लिंक्ड इम्यूनोसोरबेंट एस्से (ELISA)
- पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (PCR)
(और पढ़ें - डेंगू में क्या खाना चाहिए)