लिवर पर कई टेस्ट किए जा सकते हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर लिवर के सभी फंक्शन की जांच नहीं करते। लिवर फंक्शन टेस्ट करने के लिए आम तौर पर इस्तेमाल किये जाने वाले टेस्ट एलानिन ट्रांज़ैमिनेज (ALT), एस्पेरेटेट एमिनोट्रांस्फेरेज़ (AST), अल्कालाइन फॉस्फेट (ALP), एल्बूमिन, और बिलीरुबिन टेस्ट हैं। ALT और AST टेस्ट उन एंजाइम को मापते हैं, जो किसी रोग या क्षति का संकेत देने के लिए लिवर द्वारा जारी किया जाते हैं। एल्बुमिन और बिलीरुबिन टेस्ट यह निर्धारित करते हैं कि यह कितनी अच्छी तरह से एल्बूमिन (एक प्रोटीन) को बनाता है, और बिलीरुबिन का समाप्त करता है ( बिलीरुबिन रक्त का एक अपशिष्ट उत्पाद होता है)।
किसी भी लिवर फंक्शन टेस्ट के असामान्य परिणाम होने का यह मतलब नहीं है कि आपको कोई लिवर रोग या क्षति है। अपने लिवर फंक्शन टेस्ट के परिणामों के बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
खून में विशिष्ट एंजाइमों और प्रोटीन को मापने के लिए लिवर फ़ंक्शन टेस्ट का उपयोग किया जाता है। टेस्ट के आधार पर, इन एंजाइम या प्रोटीन सामान्य से उच्च या निम्न स्तर होना लिवर की समस्या का संकेत कर सकते हैं।
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कुछ सामान्य लिवर फंक्शन टेस्ट जिनमें निम्न शामिल हैं:
1. एलानिन ट्रांज़ैमिनेज (एएलटी) टेस्ट
एलेनिन ट्रांसमिनेज (एएलटी) का उपयोग आपके शरीर द्वारा प्रोटीन को चयापचय करने के लिए किया जाता है। यदि लिवर क्षतिग्रस्त है या ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो ALT रक्त में रिलीज़ होता है, और इस कारण से ALT स्तर बढ़ जाता है। इस टेस्ट का रिजल्ट उच्च आना लिवर की क्षति का संकेत हो सकता है। मेयो क्लिनिक के मुताबिक, ALT के लिए सामान्य सीमा प्रति लीटर 7-55 यूनिट (U/L) है। ALT ता निम्न स्तर किसी भी स्वास्थ्य समस्या का संकेत नहीं देता।
2. एस्पार्टेट एमिनोट्रांसफरेज़ (AST) टेस्ट
एस्पार्टेट एमिनोट्रांसफरेज़ (AST) दिल, लिवर और मांसपेशियों सहित आपके शरीर के कई हिस्सों में पाए जाने वाला एंजाइम होता है। चूंकि AST स्तर लिवर की क्षति के लिए विशिष्ट वजह नहीं हैं, इसलिए आमतौर पर यह लिवर की समस्याओं की जांच के लिए ALT के साथ मिलकर मापा जाता है। डॉक्टर निदान में मदद करने के लिए एक ALT-to-AST अनुपात का उपयोग कर सकते हैं। जब लिवर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो AST को ब्लड सट्रीम (रक्तधारा) में रिलीज़ कर दिया जाता है। AST टेस्ट का उच्च परिणाम लिवर या मांसपेशियों की समस्या का संकेत दे सकता है। AST के लिए सामान्य श्रेणी 8-48 (U/L) है। AST का कम स्तर किसी भी स्वास्थ्य समस्या का संकेत नहीं देता।
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3. एल्कलाइन फॉस्फेटस (ALP) टेस्ट
एल्कलाइन फॉस्फेटस (एएलपी) आपकी हड्डियों, पित्त नलिकाओं और लिवर में पाए जाने वाला एंजाइम होता है। एक ALP टेस्ट आमतौर पर कई अन्य टेस्टों के साथ संयोजन में किया जाता है। ALP का उच्च स्तर लिवर की क्षति, पित्त नलिकाओं की रुकावट या हड्डी की बीमारी के बारे में संकेत कर सकता है।
बच्चों और किशोरों के ALP का स्तर बढ़ सकता है क्योंकि उनकी हड्डियां बढ़ रही होती हैं। गर्भावस्था में भी ALP का स्तर बढ़ सकता है। ALP के लिए सामान्य सीमा 45-115 यू / एल (U/L) होती है।
खून चढ़ने या हार्ट बाईपास सर्जरी के बाद ALP का स्तर निम्न हो सकता है। कम ALP भी विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों से उत्पन्न हो सकता है, जिसमें जिंक की कमी, कुपोषण और विल्सन रोग आदि शामिल हैं।
4. एल्बुमिन टेस्ट
एल्बुमिन आपके लिवर द्वारा बनाया गया मुख्य प्रोटीन है। यह कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को भी करता है। जैसे:
- रक्त वाहिकाओं से बहने वाले द्रव को रोकना
- ऊतकों में पोषण प्रदान करना।
- शरीर में हार्मोन, विटामिन और अन्य पदार्थों का संचार करना।
एल्बुमिन टेस्ट यह मापता है कि आपका लिवर इस विशेष प्रोटीन को कितने अच्छे से बना रहा है। इस टेस्ट का रिजल्ट निम्न होना यह संकेत करता है कि आपका लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है। एल्बुमिन की सामान्य श्रेणी 3.5-5.0 ग्राम प्रति डेसीलीटर (g/dL) है।
5. बिलीरुबिन टेस्ट
बिलीरुबिन लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बनने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद (Waste Product) है। यह आमतौर पर लिवर द्वारा प्रक्रमणित (Processed) होता है। यह आपके मल के साथ उत्सर्जित होने से पहले लिवर के अंदर से होकर गुजरता है।
एक क्षतिग्रस्त लिवर बिलीरुबिन की सही ढंग से प्रक्रिया नहीं कर सकता है। इससे खून में बिलीरुबिन का असामान्य रूप से उच्च स्तर होता जाता है। बिलीरुबिन टेस्ट का रिजल्ट में उच्च स्तर आना, यह संकेत देता है कि लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है। बिलीरुबिन के लिए सामान्य सीमा 0.1-1.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर (mg/dL) है।