लेवल 2 अल्ट्रासाउंड क्या है?
लेवल 2 अल्ट्रासाउंड, को हाई रेसोल्यूशन अल्ट्रासाउंड, टार्गेटेड अल्ट्रासाउंड, फीटल एनाटॉमिकल सर्वे और कॉम्प्रिहेंसिव अल्ट्रासाउंड के नाम से भी जाना जाता है। यह एक स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड तकनीक है जो विशेष प्रकार की ध्वनि तरंगें (हाई फ्रिक्वेंसी साउंड वेव) पैदा करती है। इसकी मदद से बच्चे व उसके आस-पास के आंतरिक भागों की तस्वीरें प्राप्त की जाती हैं। लेवल 2 अल्ट्रासाउंड सामान्य यानि स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड स्कैन के मुकाबले अधिक स्पष्ट तस्वीरें उपलब्ध कराता है, जिसमें अधिक जानकारी मिलती है। साथ ही यह टेस्ट ऐसे डॉक्टरों की निगरानी में किया जाता है, जो स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड कर रहे स्टाफ की तुलना में अधिक अनुभवी होते हैं।
यह स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड से अलग होता है। क्योंकि स्टैंडर्ड अल्ट्रासाउंड को आमतौर पर गर्भावस्था के पहले तीन महीनों में करवाया जाता है, जबकि लेवल 2 अल्ट्रासाउंड विशेष रूप से 18 से 20 हफ़्तों के बीच में ही करवाने के लिए कहा जाता है।