किडनी, मूत्रनली और मूत्राशय को जांचने के लिए केयूबी अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ किडनी होती हैं और यह अपशिष्ट पदार्थ को हटाने और खून को साफ करने में मदद करती है। मूत्रनली एक ट्यूब होती है जो किडनी से पेशाब को स्टोरेज बैग तक पहुंचाती है जो कि मूत्राशय होता है।
सामान्य तौर पर मूत्राशय शरीर से ज्यादातर पेशाब निकाल देता है। पीवीआर वो वॉल्यूम होती है जो पेशाब करने के बाद मूत्राशय में पेशाब रह जाता है। इसे केयूबी अल्ट्रासाउंड के इस्तेमाल से मापा जा सकता है।
पीवीआर के 50 मिली से कम को वयस्क में पर्याप्त माना जाता है। इससे ज्यादा पीवीआर का संबंध मूत्राशय या मूत्रनली में किसी परेशानी जैसे कि मूत्राशय को नुकसान या मूत्र मार्ग में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।
अल्ट्रासाउंड स्कैन में हाई फ्रीक्वेंसी साउंड वेव्स को ट्रांसड्यूसर प्रोब की मदद से शरीर के अंगों के जरिए पहुंचाया जाता है। ये वेव्स अंगों से जाती हैं और कंप्यूटर की स्क्रीन पर अंदर की तस्वीरें आती हैं।