ट्यूबरकुलोसिस इंटरफेरॉन गामा रिलीज़ ऐसे (टीबी-इग्रा) टेस्ट क्या है?
टीबी-इग्रा टेस्ट टीबी संक्रमण के लिए किया जाने वाला एक स्क्रीनिंग टेस्ट है।
टीबी एक संक्रामक रोग है जो कि माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया से होता है। बैक्टीरिया मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य अंगों को भी क्षति पहुंचा सकता है। अधिकतर लोगों में एक बार संक्रमित होते ही लक्षण दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, कुछ लोगों में टीबी के बैक्टीरिया सुप्त अवस्था में भी हो सकते हैं, इस स्थिति को लेटेंट टीबी कहा जाता है। लेटेंट संक्रमण कभी भी सक्रिय हो सकता है।
सफेद रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार टी सेल टीबी के खिलाफ लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब हमारा शरीर टीबी के बैक्टीरिया के साथ संपर्क में आता है तो टी कोशिकाएं जैसे सीडी4 और सीडी8 एक तत्व का स्त्राव करती हैं, जिसे इंटरफेरॉन गामा (आईएफएन-γ) कहा जाता है। आईएफएन-वाई इसके बाद प्रतिरक्षा तंत्र को सक्रिय करके बैक्टीरिया के खिलाफ प्रतिक्रिया करता है।
टीबी-इग्रा टेस्ट सीडी4 और सीडी8 कोशिकाओं में विशेष तौर पर (आईएफएन-γ) जांच करता है। यह दोनों लेटेंट व सक्रिय संक्रमण का पता लगाने में सक्षम है। यह टेस्ट उस व्यक्ति में टीबी के संक्रमण की जांच करता है, जिसे टीबी के लिए बीसीजी (बेसिल कॉलमेट गुएरीन) दिया गया हो।