हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) एंटीबॉडी टेस्ट क्या है?
यह टेस्ट शरीर में मौजूद उन एंटीबॉडीज का पता लगाने के लिए किया जाता है जो कि एचसीवी की प्रतिक्रिया के रूप में बनते हैं। एचसीवी के विकसित होने का समय (इन्क्यूबेशन पीरियड) सात से नौ हफ्ते होता है। कुछ समय के बाद एचसीवी का संक्रमण विकसित होकर लिवर में तीव्र संक्रमण, सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी स्थितियां भी पैदा कर सकता है। हेपेटाइटिस के अधिकतर मामले एचसीवी के ही होते हैं। एचसीवी एंटीबॉडी की उपस्थिति इस बात की पुष्टि करती है कि व्यक्ति को संक्रमण हुआ है। लेकिन यह संक्रमण के स्वरूप के बारे में नहीं बता पाते कि ये संक्रमण एक्यूट है, क्रोनिक है या ठीक हो गया है।
ये वायरस खून चढ़ाने, संक्रमित सुई लगने, इंजेक्शन द्वारा ड्रग्स लेने, शारीरिक संबंध बनाने, माँ द्वारा बच्चे में, टैटू बनवाने या अस्पताल में किसी प्रक्रिया से व्यक्ति के रक्त में जा सकते हैं।
एचसीवी संक्रमण के निम्न लक्षणों हो सकते है:
- थकान
- पीलिया
- जी मिचलाना
- दस्त
- गहरे रंग का पेशाब आना
- भूख कम लगना
- पेट में दर्द
- नील पड़ना