एचबीए1सी की यह रेंज नॉर्मल से थोड़ी सी ज्यादा है। आप चिंता न करें इससे आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
प्राकृतिक रूप से, फलों में चीनी की मात्रा होती है। फ्रुक्टोज, शुगर लेवल के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं होता है लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से शुगर लेवल बढ़ने लगता है तो यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
शुगर के लिए नॉर्मल जांच में सिर्फ एक उस टाइम का शुगर लेवल आता है जब आप उसे करा रहे होते हैं लेकिन एचबीए1सी टेस्ट में पिछले 3 महीनों के शुगर लेवल का पता लग जाता है। जब आप अपना ब्लड शुगर टेस्ट कराती हैं तो हो सकता है कि उस समय आपके शरीर में शुगर लेवल कम हो इसलिए रिपोर्ट में यह वैल्यू आ सकती है।
नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
जिन लोगों को डायबिटीज नहीं होती है उनकी एचबीए1सी रिपोर्ट में हीमोग्लोबिन A1c का सामान्य स्तर 4% से 5.6% के बीच में होता है। अगर आपके हीमोग्लोबिन A1c का स्तर 5.7% और 6.4% के बीच में है तो आपको डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है।
कई चीजों की वजह से एचबीए1सी टेस्ट की वैल्यू प्रभावित हो सकती है जिसकी वजह से इसकी रिपोर्ट गलत भी हो सकती है। इसलिए आप इस टेस्ट को अच्छे लैब से कराएं।
आपका टी-टेस्ट बिलकुल नॉर्मल है।
आपके एचबीए1सी टेस्ट की वैल्यू 6.6 है जिसका मतलब है कि आपको डायबिटीज है। डायबिटीज के लिए आप किसी अच्छे डायबिटिक डॉक्टर से मिलें और उनसे अपना पूरा इलाज करवाएं।
जी नहीं, एचबीए1सी टेस्ट 3 महीने में एक बार ही किया जाता है।
आपकी रिपोर्ट से ऐसा लगता है कि आपके ब्लड में बीटा कोशिकाएं रिजर्व हो रही हैं जो कि अच्छा है लेकिन आपका इंसुलिन रेसिस्टेन्स बहुत ज्यादा है जिसकी वजह से यह आपको ज्यादा हिपेटिक ग्लूकोज आउटपुट प्रदान कर रहा है। सभी एंटी-डायबिटिक दवाएं शुगर को कम करने का काम करती हैं, लेकिन अगर उचित दवाओं का चयन ना किया जाए तो ओएचए फेलियर हो सकता है। आप डॉक्टर से मिलकर अपना इलाज शुरू करें।