ग्राम स्टेन टेस्ट क्या है?
ग्राम स्टेन टेस्ट की मदद से बैक्टीरियल इन्फेक्शन की तीव्रता जांच की जा सकती और रक्त में रोगाणु के प्रकार का भी पता लगा लिया जाता है। यह एक स्टेनिंग प्रोसीजर है, जिसमें रक्त के सैंपल में विभिन्नों रंगों के अनुसार जांच की जाती है।
आमतौर पर इस टेस्ट में जो बैक्टीरिया में हल्के नीले रंग (वायलेट) के दिखते हैं, वे ग्राम-पॉजिटिव और अन्य ग्राम-नेगेटिव होते हैं। हालांकि, यह टेस्ट बैक्टीरिया की पूरी तरह से पहचान नहीं करता है, लेकिन इससे पता लगाने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। सरल भाषा में कहें तो ग्राम स्टेन टेस्ट की मदद से यह पता लग जाता है कि संदिग्ध बैक्टीरिया की सटीक रूप से पहचान करने के लिए कौन से टेस्ट उचित हैं। ऐसे में अलग-अलग प्रकार के कई टेस्ट करने की जरूरत नहीं होती है।
साथ ही ग्राम स्टेन टेस्ट की मदद से डॉक्टर को कई बार इतनी जानकारी मिल जाती है, कि वे बैक्टीरिया की पहचान करने से पहले ही एंटीबायोटिक दवाएं दे सकते हैं। ऐसे में ग्राम स्टेन टेस्ट की मदद से संक्रमण को जल्दी नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
ग्राम स्टेन टेस्ट का इस्तेमाल कई बार फंगी (यीस्ट सहित) की पहचान करने के लिए भी किया जा सकता है। हालांकि, इस टेस्ट प्रक्रिया की मदद से वायरस की पहचान नहीं की जा सकती है।
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