जी हां, फास्टिंग टेस्ट पूरी तरह से खाली पेट करवाए जाते हैं, जब आप कोई टेस्ट खाली पेट करवाने जा रहे हों, तो इस बीच आपको कुछ भी खाना नहीं चाहिए, पानी भी न पिएं। क्योंकि इससे टेस्ट की रिपोर्ट में बदलाव आ सकता है। ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट को सुबह करवाने से तकरीबन 10 घंटे पहले तक आपको कुछ नहीं लेना चाहिए।
आपका डायबिटीज का रेंज नॉर्मल लेवल से ज्यादा है। आपको गर्भकालीन मधुमेह है, इसे कंट्रोल करने के लिए गायनेकोलॉजिस्ट से मिलें, वह आपको इंसुलिन इंजेक्शन दे सकती हैं।
सबसे पहले आप गायनेकोलॉजिस्ट से मिलें और उनसे सलाह लें। वह डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इन्सुलिन इंजेक्शन शुरू कर सकती हैं। आप अभी इस टैबलेट को न लें।
जो महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हैं, उनमें यह लेवल बिल्कुल सामान्य है।
आप ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट को myUpchar लैब से करवा सकते हैं। myUpchar लैब से यह टेस्ट करवाने पर आपको डिस्काउंट भी मिलेगा।
ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट की रिपोर्ट आपको 24 घंटे के अंदर ही मिल जाती है।
ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट में 300 से लेकर 500 रुपये तक का खर्च आता है। इसका खर्च जगह और लैब के हिसाब से थोड़ा अलग हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार आपको गर्भकालीन मधुमेह हैं। इसे कंट्रोल करने के लिए आप हर दिन सामान्य रूप से करने वाली गतिविधियां जैसे कि घर का काम, गार्डन की देखभाल आदि करें। अगर आपकी डाइट और एक्सरसाइज से भी ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं होता है, तो इसे कम करने के लिए इंसुलिन इंजेक्शन की जरूरत हो सकती है। गर्भावधि में मधुमेह से पीड़ित 10 से 20 प्रतिशत महिलाओं को ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन की आवश्यकता होती है।
आपने फास्टिंग ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट नहीं करवाया है, आप उसे भी करवा लें। आपकी पोस्ट प्रेंडियल (खाना खाने के 2 घंटे बाद की रिपोर्ट के अनुसार आपको गर्भकालीन मधुमेह हैं। इसे कंट्रोल करने के लिए गायनेकोलॉजिस्ट से मिलें, ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए वह आपको इंसुलिन इंजेक्शन देंगे।
फास्टिंग में ग्लूकोज टॉलरेंस लेवल - 5.2 एमएमएओएल/एल (93.7 मिलीग्राम डेसिलीटर) और खाना खाने के बाद ग्लूकोज टॉलरेंस लेवल - 7.5 एमएमएओएल/एल (135 मिलीग्राम डेसिलीटर) नॉर्मल है। आप चिंता न करें। आपको डायबिटीज हो या नहीं, लेकिन अगर आप खाने को छोटे-छोटे भाग में लेते हैं, तो यह शुगर और वजन को कंट्रोल करने के लिए बेहतर होता है।
आपकी रिपोर्ट पूरी तरह से नॉर्मल है। आप चिंता न करें।
इसका सही तरह से पता लगाने के लिए आप पैथोलॉजी लैब से इन टेस्टों को करवा लें जिसमें फास्टिंग ब्लड शुगर, खाना खाने के 2 घंटे बाद का शुगर टेस्ट और एचबीए1सी टेस्ट शामिल हैं।
फास्टिंग जीटीटी लेवल आपके डायबिटिक होने का संकेत देता है। इसके लिए आप हैल्दी डाइट लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। आप डायबिटीज के अधिक जोखिम में हैं। अपने कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें, हर 3 से 6 महीने में इस टेस्ट को दोबारा करवाते रहें और डॉक्टर से सलाह लें।
आपका फास्टिंग ग्लूकोज टॉलरेंस लेवल ज्यादा है। इसे कंट्रोल करने के लिए आप हैल्दी डाइट लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। इसी के साथ आपको कुछ एंटी-डायबिटिक दवाइयां जैसे टैबलेट या इंसुलिन लेने की भी जरूरत पड़ सकती है। आप डॉक्टर से मिलें, ब्लड शुगर चेक करने के लिए आप एचबीए1सी टेस्ट भी कर सकते हैं।