मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग यानि एमआरआई स्कैन फिस्टुलोग्राम एक इमेजिंग तकनीक है जिसे गुदा, एनोवैजाइनल या रेक्टोवैजाइनल फिस्टुला जैसी स्थितियों से ग्रस्त लोगों की सर्जरी से पहले किया जाता है।
एनल फिस्टुला की प्रॉब्लम कम देखी जाती है जिसमें गुदा के अंदर इसके पास की स्किन में छोटा-सा टनल बनने लगता है।
आमतौर पर यह गुदा के अंदर की ग्रंथियों में इंफेक्शन की वजह से होता है जो पस बना देते हैं। जब पस अपनी जगह संक्रमित ग्रंथि से स्किन तक पहुंच जाती है और बाहर निकलने लगती है तब यह अपने पीछे टनल छोड़ देती है। एनल फिस्टुला अपने आप नहीं जाता और ज्यादातर मामलों में इसे सर्जरी की जरूरत होती है।
एनोवैजइनल और रेक्टोवैजाइनल फिस्टुला गुदा या मलाशय और योनि के बीच बनने वाला रास्ता होता है। यह रेडिएशन थेरेपी, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज या सर्जिकल ट्रामा की वजह से होता है।
एमआरआई स्कैन से मजबूत मैग्नेटिक फील्ड और रेडियो तरंगों से शरीर के अंदर की संरचनाओं की संक्षेप में तस्वीरें मिलती हैं।
एमआरआई फिस्टुलोग्राम से फिस्टुला मार्ग किस जगह है, इसका पता चलता है। इससे किसी भी तरह के फोडे होने का पता लगाने में मदद मिलती है और सर्जरी से पहले फिस्टुला की बाहरी और अंदरूनी ओपनिंग की जगह तक पहुंचने में मदद मिलती है।