एस्ट्रियल (अनकंजुगेटेड) ई3 टेस्ट क्या है?
एस्ट्रियल (ई3) किसी महिला में गर्भावस्था के दौरान बनने वाला प्रमुख एस्ट्रोजन है। एस्ट्रोजन हार्मोन का एक समूह है जो कि महिला के जननांगों के विकास और वृद्धि में अहम भूमिका निभाता है। एस्ट्रोजन के तीन मुख्य प्रकार होते हैं, एस्ट्रोन (ई1), एस्ट्राडियोल (ई2) और एस्ट्रियल (ई3)।
ई3 प्राथमिक रूप से विकसित हो रहे शिशु की एड्रिनल ग्रंथि द्वारा स्रावित किए जाने वाले एक हार्मोन से बनता है। इसके बाद यह हार्मोन गर्भनाल तक संचारित कर दिया जाता है जहां यह कोंजुगेटेड ई3 (विशेष मॉलिक्यूल से बंधा हुआ) और अनकंजुगेटेड ई3 (फ्री ई3) की कुछ मात्रा में बदल दिया जाता है। ई3 टेस्ट में इसी अनकंजुगेटेड ई3 की जांच की जाती है।
किसी गर्भवती महिला में ई3 का स्तर गर्भावस्था और विकसित हो रहे शिशु के स्वास्थ्य के बारे में बताता है। ये स्तर आंठवे हफ्ते से रक्त में बढ़ने लगते हैं और जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ने लगती है ये स्तर भी बढ़ने लगते हैं। प्रसव से लगभग चार हफ्ते पहले ई3 के स्तरों में तेज वृद्धि होती है।