ड्रग एलर्जी टेस्ट क्या है?
आपको किसी दवा से एलर्जी है तो इसकी पुष्टि करने के लिए ड्रग एलर्जी टेस्ट किया जाता है। एलर्जिक प्रतिक्रिया किसी भी दवा के कारण हो सकती है जिसमें मेडिकल स्टोर से मिलने वाली सभी दवाएं शामिल हैं।
यदि आप किसी भी दवा के प्रति एलर्जिक हैं तो आपका शरीर इस ड्रग को हानिकारक पदार्थ (जैसे बैक्टीरिया या वायरस) समझकर इसके प्रति आईजीई एंटीबॉडीज नामक एक विशेष इम्यून प्रोटीन बनाने लग जाता है। ऐसा संभव है कि इसे पहली बार लेने पर कोई गंभीर प्रभाव न दिखे, लेकिन दोबारा लेने पर शरीर में पहले से मौजूद आईजीई एंटीबॉडी सूजन व जलन पैदा करने वाले रसायन (हिस्टामिन) को उत्तेजित करते हैं। हिस्टामिन उत्तेजित होने के परिणामस्वरूप एलर्जिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
आईजीई-मेडिएटेड प्रक्रिया के अलावा ड्रग एलर्जिक रिएक्शन अन्य तरह से भी हो सकता है और इससे होने वाला रिएक्शन भी अलग होता है। दवा लेने के 24-72 घंटों बाद एलर्जिक प्रतिक्रिया या हाइपरसेंसिटिविटी हो सकती है।
ड्रग एलर्जी टेस्ट में मुख्य रूप से स्किन टेस्ट, स्पेसिफिक आईजीई एंटीबॉडीज टेस्ट और एक प्रोवोकेशन टेस्ट शामिल है। स्पेसिफिक आईजीई एंटीबॉडीज टेस्ट तब ही किया जाता है जब स्किन टेस्ट के परिणाम सामान्य आते हैं। यह टेस्ट लगभग सभी दवाओं के लिए किया जा सकता है। हालांकि, अधिकतर मामलों में इसका प्रयोग निम्न दवाओं से होने वाली एलर्जी की जांच करता है:
- एमोक्सीसिलोयल
- एम्पीसिलोयल
- केफैक्लोर
- क्लोरहेक्सिडिन
- मॉर्फिन
- किमोपैपेन
- जेलाटीन बोविन
- इन्सुलिन बोविन
- इन्सुलिन ह्यूमन
- इन्सुलिन पोर्सीन
- सक्सीनिलकोलिन
- पेनीसिलोयल जी
- पेनीसिलोयल वी
- फोलकोडिन
प्रोवोकेशन टेस्ट को ड्रग चैलेंज टेस्ट भी कहा जाता है। यह एक नियंत्रित स्टेपवाइज प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में नियमित रूप से चरणों के अनुसार कोई विशेष दवा दी जाती है ताकि इसका पता लगाया जा सके कि व्यक्ति दवा के प्रति एलर्जिक है।