डी-डिमर टेस्ट क्या है?
डी डिमर एक ब्लड टेस्ट है जो कि खून में प्रोटीन फ्रेगमेंट की जांच करता है, ये शरीर में तब बनते हैं जब रक्त में ब्लड क्लॉट घुलने लग जाते हैं। आमतौर पर डी-डिमर रक्त में दिखाई नहीं देता, लेकिन अगर खून में थक्के बन रहे हैं और घुलने लगे हैं, तो डी-डिमर का स्तर इतना बढ़ जाता है जिसको टेस्ट की मदद से आसानी से देखा जा सकता है।
रक्त वाहिकाओं में असामान्य रूप से बन रहे खून के थक्कों का पता लगाने के लिए डि-डिमर टेस्ट का उपयोग किया जाता है। ये थक्के डीप वेन थ्रोम्बोसिस (डीवीटी), पल्मोनरी एम्बोलिस्म (पीई), स्ट्रोक और डिसमिनेटेड इंट्रावस्क्युलर कोयग्युलेशन (डीआईसी) जैसी स्थितियों में देखे जाते हैं। इस टेस्ट की मदद से यह पता लगाया जा सकता है कि डाआईसी जैसे रोगों के इलाज कितने अच्छे से काम कर पा रहे हैं। डी-डिमर टेस्ट की मदद से यह भी निर्धारित किया जा सकता है कि, हाइपरकोयग्युलेबिलिटी (Hypercoagulability) के लिए और अधिक परीक्षण करने की जरूरत है या नहीं।