कोलोनोस्कोपी के रिजल्ट का क्या मतलब होता है?
डॉक्टर टेस्ट की रिपोर्ट पढने के बाद आपको उसका मतलब समझाएंगे। टेस्ट का रिजल्ट नेगेटिव आता है (यानी आपका स्वास्थ्य सामान्य है) या पॉजिटिव आता है (यानी कुछ प्रॉब्लम है)।
1. नेगेटिव रिजल्ट -
यदि टेस्ट के दौरान डॉक्टर को कोलन में किसी भी प्रकार की खराबी या असामान्यता ना मिले तो टेस्ट को नेगेटिव माना जाता है।
डॉक्टर आपको फिर से कोलोनोस्कोपी टेस्ट करवाने का सुझाव इन परिस्थितियों में दे सकते हैं:
- दस साल में - यदि आप में उम्र अधिक होने के अलावा कोलन कैंसर के कोई और जोखिम नहीं है तो डॉक्टर आपको 10 साल में एक बार कोलोनोस्कोपी टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।
- पांच साल में - यदि कोलोनोस्कोपी के दौरान आपके कोलन में बढ़ा हुआ मांस या कुछ असामान्य ऊतक मिले हैं तो डॉक्टर आपको पांच साल के बाद फिर से कोलोनोस्कोपी टेस्ट करवाने का सुझाव दे सकते हैं।
- एक साल में - यदि कोलोनोस्कोपी करने के दौरान आपके कोलन में मल के अवशेष दिखाई देते हैं जो टेस्ट को ठीक से होने नहीं दे रहे, तो डॉक्टर अगले साल कोलोनोस्कोपी टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
2. पॉजिटिव रिजल्ट -
यदि कोलोनोस्कोपी के दौरान कोलन में किसी प्रकार का असाधारण ऊतक या बढ़ा हुआ मांस पाया जाता है तो इस टेस्ट के रिजल्ट को पॉजिटिव माना जाता है।
ज्यादातर कोलन में बढ़े हुऐ मांस के टुकड़े कैंसर युक्त नहीं होते लेकिन उनमें से कुछ ऐसे टुकड़े हो सकते हैं जिनमें बाद में कैंसर हो सकता है। इसलिए बढ़े हुऐ मांस का सेंपल निकाला जाता है और उसे टेस्टिंग के लिए लेबोरेटरी भेज दिया जाता है। लेबोरेटरी में सेंपल की यह जांच की जाती है कि वह कैंसर से ग्रस्त है या कैंसर मुक्त है।
यदि कोलन में बढ़े हुऐ मांस के टुकड़े अधिक संख्या में पाए जाते हैं तो नियमित रूप से जांच करना आवश्यक होता है।
यदि टेस्ट के दौरान कोलन में बढ़े हुए मांस के एक या दो टुकड़े पाए जाते हैं जो 1 सेंटीमीटर से छोटे हैं, और कोलन कैंसर के अन्य जोखिम कारक नहीं हैं, तो डॉक्टर 5 या 10 साल के बाद फिर से कोलोनोस्कोपी करवाने का सुझाव देते हैं।
यदि आपको निम्न समस्याएं है तो डॉक्टर आपको और जल्दी कोलोनोस्कोपी टेस्ट करवाने का सुझाव दे सकते हैं:
- कोलन में बढ़े मांस के दो या उससे अधिक टुकड़े होना
- कोलन में 1 सेंटीमीटर से ज्यादा मांस बढ़ जाना
- कोलन में बढ़े हुए मांस या मल के अवशेष होने के कारण कोलोनोस्कोपी ठीक से ना हो पाना
- बढ़े हुए मांस में कुछ विशेष असामान्यताएं दिखाई देना जो भविष्य में कैंसर का कारण बन सकती हैं
- कोलन में कैंसर युक्त मांस के टुकड़े
अगर आपके कोलन में कुछ ऐसे मांस के टुकड़े या अन्य असाधारण ऊतक हैं जो कोलोनोस्कोपी के दौरान नहीं निकाले जा सकते, तो ऐसे गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (Gastroenterologist) डॉक्टर से परीक्षण करवाने की जरूरत होती है जो मांस के बढ़े हुए टुकड़ों को हटाने और ऑपरेशन के विशेषज्ञ डॉक्टर होते हैं।