सीआईसी एंटीजन-एंटीबॉडी काम्प्लेक्स विभिन्न विकारों के दौरान रक्त में पाए जाते हैं। एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बनाया जाने वाला एक विशेष प्रकार का प्रोटीन है। यह हानिकारक एंटीजन, जैसे एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थ, संक्रमण फैलाने वाले सूक्ष्म जीव, विषाक्त पदार्थ और कैंसर प्रोटीन की पहचान करके उन्हें नष्ट करता है।
हर बार जब शरीर में कोई बाहरी पदार्थ या एंटीजन प्रवेश करता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ विशेष एंटीबॉडीज बनाती है, जो कि इन एंटीजन से जुड़ जाती है। हालांकि, एंटीजन को नष्ट करने के लिए उत्तेजित करने से पहले सीआईसी के एंटीबॉडीज को प्रतिरक्षा प्रणाली के अन्य तत्व (कॉम्प्लीमेंट प्रोटीन) से जुड़ना होता है, इनमें विशेषकर C1q और सी3 होते हैं।
सीआईसी टेस्ट सीआईसी कॉम्प्लीमेंट बाइंडिंग की सीमा का पता लगाता है, जिससे विभिन्न रोगों और संक्रमणों पर नजर रखी जा सकती है।
सीआईसी काम्प्लेक्स की उपस्थिति मुख्य रूप से सिस्टमिक लुपस एरीथेमाटोसस (एसएलई) नामक बीमारी से जुड़ी होती है। एसएलई एक ऑटोइम्यून विकार है, जिसमें एंटीबॉडीज गलती से स्वयं के शरीर के ऊतकों और कोशिकाओं को नष्ट करने लग जाती है। सीआईसी को मुख्य रूप से एसएलई से जुड़े लक्षणों व इसकी जटिलताओं जैसे किडनी और त्वचा में क्षति पैदा करने के लिए जाना जाता है।