ब्रेन एमआरआई यानी दिमाग का मैग्नेटिक रिजोनेंस इमेजिंग (MRI) टेस्ट। यह निदान का एक ऐसा तरीका है, जिसमें मैग्नेटिक फील्ड, रेडियो वेव्स और कंप्यूटर की मदद से मस्तिष्क की स्पष्ट छवियां तैयार की जाती हैं।
इस स्कैन प्रोसेस के दौरान, रोगी के चारों ओर मैग्नेटिक फील्ड बनती है। इसके बाद स्कैनर रेडियो तरंगों को भेजता है, जो शरीर में परमाणुओं के संरेखण (एलाइनमेंट) को बदल देती हैं। जब यह परमाणु दोबारा से एलाइन होते हैं, तो वे रेडियो सिग्नल भेजते हैं और स्कैनर इन तरंगों को छवियों में परिवर्तित कर देता है। कई बार छवियों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस प्रोसेज में कंट्रास्ट डाई का प्रयोग किया जाता है।
ब्रेन एमआरआई की मदद से मस्तिष्क में समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। यह मस्तिष्क के लिए सबसे संवेदनशील इमेजिंग टेस्ट में से एक है। यह मस्तिष्क में उन हिस्सों की विस्तृत (डीटेल) छवियां प्रदान कर सकता है, जो एक्स-रे या सीटी स्कैन पर अच्छी तरह से नहीं देखे जा सकते हैं।