आपका ब्लड ग्रुप B+ है और पत्नी का ब्लड ग्रुप O+ है, तो आपके बच्चे का ब्लड ग्रुप O+ या B+ हो सकता है। आप एक बार अपने बच्चे का ब्लड ग्रुप टेस्ट करवा सकते हैं।
आज के आधुनिक समय में प्रेगनेंसी में भ्रूण को होने वाली समस्याओं और असामान्यताओं का पहले ही पता लगाया जा सकता है और उसे होने से रोका भी जा सकता है। आरएच नेगेटिव प्रेग्नेंसी में कोई बड़ी समस्या नहीं देखी गई है। आप गायनेकोलॉजिस्ट से भी सलाह ले सकती हैं।
आपका ब्लड ग्रुप B+ है। अगर आप ब्लड ग्रुप O-ve महिला के साथ शादी करते हैं तो बच्चे पर थोड़ा खतरा हो सकता है। अगर O-ve ब्लड ग्रुप महिला और B+ ब्लड ग्रुप पुरुष शादी के बाद बच्चा प्लान करते हैं तो उनके बच्चे को कम उम्र में ही पीलिया होने का खतरा होता है, अगर इसका पता समय पर लगा लिया जाए तो पीलिया को ठीक किया जा सकता है।
अगर माता और पिता दोनों का ब्लड ग्रुप O-ve है तो बच्चे का ब्लड ग्रुप O-ve ही होना चाहिए। माता पिता का ब्लड ग्रुप A या B हो तो उनके बच्चे का ब्लड ग्रुप A, B, AB या O हो सकता है।
जी नहीं, आप दोनों का रीसस (ब्लड टाइप) एक ही है तो आपके बच्चे का भी रीसस यही होगा। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी पत्नी को कोई दिक्कत नहीं आएगी। अगर मां का रीसस नेगेटिव और पिता का रीसस पॉजिटिव होता है तो बच्चे का रीसस पॉजिटिव या नेगेटिव कुछ भी हो सकता है। अगर बच्चा रीसस पॉजिटिव के साथ पैदा होता है तो मां को डिलीवरी के बाद 72 घंटों के अंदर एंटी डी इंजेक्शन दिया जाना चाहिए।
आपके बच्चे का ब्लड ग्रुप A+ या O+ होना चाहिए।
जी हां, A+ ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति A-ve ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को किडनी दान कर सकता है।
O+ ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति को किसी दूसरे टाइप का ब्लड ग्रुप नहीं दिया जा सकता है क्योंकि इसमें रिजेक्शन रिएक्शन की संभावना होती है। दूसरे टाइप का ब्लड नहीं चढ़ाना चाहिए। अगर कोई आपातकालीन स्थिति आती है तो O+ ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति A+ वाले व्यक्ति को ब्लड दे सकता है। यह मिश्रण अक्सर ब्लड में किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं करता है। अगर पहले 24 घंटों के अंदर कोई रिएक्शन नहीं होता है तो आपको किसी तरह की समस्या नहीं होगी।