जितना आपने बताया है उतनी जानकारी के आधार पर हम ये ही बता सकते हैं कि आपको लोकल एनेस्थीसिया दिया जाना चाहिए। बाकी डॉक्टर आपकी स्थिति पर मेडिकल रिपोर्ट्स के आधार पर ज्यादा बेहतर तरीके से ये निर्णय ले पाएंगें।
बायोप्सी का रिजल्ट एक्यूरेट ही होता है और अधिकतर मामलों में तो यही सामने आया है। लेकिन बायोप्सी का रिजल्ट इस बात पर भी निर्भर करता है कि इसके लिए कोशिकाओं का सैंपल सही हिस्से से लिया गया है नहीं।
अगर आप इसे अनुभवी गायनेकोलॉजिस्ट से करवती हैं तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
जी हां, आप बाहर घूमने जा सकते हैं। चिंता न करें, डॉक्टर 3 दिन बाद आपकी पट्टी हटा देंगे और टांकों को ठीक होने में 6 से 7 दिन का समय लगता है।
किडनी बायोप्सी से गुर्दे की बीमारी के माइक्रोस्कोपिक लेवल का पता लगाया जा सकता है। बायोप्सी की रिपोर्ट आने पर आपको पता चल जाएगा कि आपको कोई बीमारी गंभीर है या नहीं। रिपोर्ट के बिना कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
एंडोमेट्रियल बायोप्सी से मासिक धर्म की प्रॉब्लम का पता लगाया जा सकता है लेकिन इससे भविष्य में भ्रूण आरोपण की जरूरत पड़ने का पता नहीं लगाया जा सकता है।
फाइब्रोएडीनोमा एक बिनाइन ट्यूमर जिसमे कोशिकाओं का असमान्य विकास होने लगता है लेकिन ये ट्यूमर कैंसर नहीं बनता है। आप ज्यादा चिंता न करें। हो सकता है कि डॉक्टर आपकी पहली रिपोर्ट को लेकर निश्चिंत न हों और दोबारा टेस्ट करवा कर कुछ जानना चाह रहे हों। घबराने की जरूरत नहीं है। रिपोर्ट आने का इंतज़ार करें।
वैसे तो बायोप्सी की रिपोर्ट 2 से 3 दिन में भी आ जाती है लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि बायोप्सी शरीर के किस हिस्से को हुई है। कुछ बायोप्सी की रिपोर्ट आने में 7 से 10 दिन भी लग जाते हैं।