आपका बिलीरुबिन बिलकुल ठीक है।
यह आपके बिलीरुबिन का नॉर्मल रेंज है। एसजीओटी और एसजीपीटी जैसे एंजाइमों को भी देखें।
बिलीरुबिन का नॉर्मल रेंज 0.3 से 1.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर होता है। अगर बिलीरुबिन का स्तर 1.2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ज्यादा होता है तो इसे उच्च स्तर का बिलीरुबिन समझा जाता है जिसे हाइपरबिलीरुबिन कहते है।
शरीर में बिलीरुबिन के स्तर को कम करने के लिए आप डाइट में इन सभी को शामिल करें:
पानी : अगर आप एक दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीते है तो यह आपके लिवर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
कॉफी और हर्बल चाय : कॉफी में थोड़ा बदलाव करके पीने से लिवर के स्वास्थ में सुधार करता है।
फल और सब्जियां
फाइबर
आमतौर पर, जिन व्यस्क लोगों को पीलिया होता है उनमे बिलीरुबिन की मात्रा 2.5 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से अधिक होती है। नवजात शिशु में बिलीरुबिन की मात्रा 20 से 25 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से अधिक हो तो शिशु को प्रॉब्लम हो सकती है।
अक्सर, वयस्क लोगो में पीलिया खुद ठीक नहीं होता है लेकिन डॉक्टर पीलिया का कारण बनने वाली स्थिति का इलाज करते हैं। अगर आपको एक्यूट वायरल हेपेटाइटिस है तो धीरे धीरे लिवर के ठीक होने पर पीलिया भी अपने आप ही ठीक होने लगता है।
गिल्बर्ट सिंड्रोम की प्रॉब्लम के लिए किसी तरह के इलाज की जरूरत नहीं होती है। समय के साथ खून में बिलीरुबिन के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है जिससे आपको पीलिया भी हो सकता है। आमतौर पर पीलिया बिना किसी तरह के दुष्प्रभाव छोड़े ठीक हो जाता है।
बिलीरुबिन की उच्च मात्रा लिवर के खराब होने या लिवर की बीमारी का संकेत दे सकता है। आपके खून में बिलीरुबिन की डायरेक्ट मात्रा नॉर्मल रेंज से ज्यादा होती है तो इसका मतलब है कि आपका लिवर बिलीरुबिन को पूरी तरह से साफ नहीं कर पा रहा है। बिलीरुबिन के बढ़ने का एक आम और खतरनाक कारण गिल्बर्ट सिंड्रोम है। एंजाइमों में कमी से बिलीरुबिन के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
आप अपनी रिपोर्ट के साथ डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपकी रिपोर्ट के अनुसार ही आपको सही सलाह दे पाएंगे।
आपके बिलीरुबिन का रेंज ठीक है, आप फ्रूट चार्ट खाएं।
फिलहाल आप हेल्दी डाइट लें। बाहर के खाने और तले एवं ऑयली चीजों को खाने से बचें। आप 2 महीने बाद फिर से अपना लिवर फंक्शन चेक करवाएं।