एंटीस्पर्म एंटीबॉडी (एएसएबी) टेस्ट क्या है?
एएसएबी टेस्ट का उपयोग उन एंटीबॉडीज की पहचान करने के लिए किया जाता है, जो शरीर में स्पर्म सेल के विरोध में बनने लगती हैं। स्पर्म या शुक्राणु सामान्य तौर पर वृषणों में बनाए और जमा किए जाते हैं, जो आमतौर पर प्रतिरक्षा प्रणाली से सुरक्षित होते हैं। हालांकि वृषणों में किसी प्रकार की चोट, बायोप्सी या सर्जरी से ये शुक्राणु प्रतिरक्षा प्रणाली के संपर्क में आ जाते हैं, जिससे कारण शुक्राणुओं को नष्ट करने वाले एंटी-स्पर्म एंटीबॉडीज बनने लगते हैं।
ये एंटीबॉडीज उन महिलाओं में भी बन सकते हैं जिनके शरीर में अपने पार्टनर के शुक्राणु से एलर्जिक प्रतिक्रिया हो जाती है। ऐसे लोगों को शुक्राणु के नष्ट होने के कारण गर्भधारण करने में कठिनाई होती है। इस स्थिति को इम्यूनोलॉजिकल इनफर्टिलिटी कहते हैं।
बांझपन के कारण को जानने के लिए एएसएबी टेस्ट की मदद से पुरुषों में वीर्य की जांच और महिलाओं के ब्लड सैंपल की जांच करके उनमें एंटी-स्पर्म एंटीबॉडी की उपस्थिति की जांच की जाती है।