इस टेस्ट से खून में एंटी-म्युलेरियन हार्मोन (एएमएच) की मात्रा मापी जाती है। एएमएच, महिला और पुरुष दोनों के प्रजनन ऊतकों में बनता है। एएमएच का काम और स्तर आपकी उम्र और लिंग पर निर्भर करता है।
एएमएच पेट में पल रहे बच्चे के यौन अंगों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गर्भावस्था के पहले सप्ताह में बच्चे के प्रजनन अंगों का विकास शुरू हो जाता है। भ्रूण में पहले से ही बेटा (XY जीन) या बेटी (XX जीन) होने के जीन मौजूद होते हैं।
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