एनीमिया प्रोफाइल क्या है?
एनीमिया प्रोफाइल में कई प्रकार के लैब टेस्ट आते हैं, जो एनीमिया की जांच करतें हैं। एनीमिया एक स्थिति है, जिसमें रक्त में आवश्यक तत्वों की कमी हो जाती है। इनमें लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन (एचबी) शामिल हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये दोनों तत्व शरीर के विभिन्न ऊतकों में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं। एनीमिया से ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी आती है।
हालांकि, खुद एनीमिया को एक रोग माना जाता है, लेकिन यह स्वास्थ्य संबंधी किसी अन्य समस्या का संकेत भी हो सकती है। इसके लिए सही परीक्षण और इलाज जरूरी होता है। दुनिया की लगभग 25 प्रतिशत जनसंख्या एनीमिया से ग्रस्त है, जिसमें आयरन की कमी एनीमिया में इसके 50 प्रतिशत तक सभी प्रकार आ जाते हैं।
एनीमिया के कुछ अन्य कारण निम्न हैं -
- ट्रॉमा के कारण रक्त बहना या फिर शरीर के किसी हिस्से से ब्लीडिंग होना
- लंबे समय से कोई रोग या फिर सूजन उदाहरण के तौर पर क्रोनिक लिवर डिजीज या क्रोनिक किडनी डिजीज, क्रोनिक इन्फेक्शन या कैंसर
- आनुवंशिक रोग जैसे थैलासीमिया
- बैक्टीरियल, वायरल या प्रोटोज़ोआ से हुए संक्रमण जैसे मलेरिया (दुनिया में एनीमिया का सबसे प्रमुख कारण)
- पोषण की कमी, आयरन की कमी या फोलिक एसिड की कमी
- रसायनों या ड्रग्स के साथ संपर्क, जिनसे बोन मेरो सप्रेशन होता है
ये सभी स्थितियां या तो आरबीसी के उत्पादन को कम कर सकती हैं या फिर उन कोशिकाओं को तेजी से नष्ट कर सकती हैं।
एनीमिया प्रोफइल के लिए निम्न लैब टेस्ट किए जाते हैं -
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कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) -
सीबीसी टेस्ट का उपयोग कई चीजों के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है, जिसमें आरबीसी, सफेद रक्त कोशिकाओं, प्लेटलेट्स, एचबी, हेमाटोक्रिट, मीन कर्पुसकुलर वॉल्यूम (एमसीवी), सामान्य आरबीसी में एचजीबी की मात्रा) और मीन कर्पुसकुलर हीमोग्लोबिन कंसंट्रेशन (एमसीएचसी) आदि शामिल हैं। एमसीवी में आरबीसी के औसत आकार का पता लगाया जाता है, एमसीएच में ऑक्सीजन का संचरण करने वाले एचबी की आरबीसी में औसत मात्रा का पता लगाया जाता है और एमसीएचसी आरबीसी में एचबी की औसत मात्रा का पता लगाता है। -
पेरीफेरल स्मीयर (पीएस) -
पेरीफेरल स्मीयर टेस्ट आरबीसी, डब्ल्यूबीसी और प्लेटलेट्स के आकार व मात्रा का पता लगाता है, जब सीबीसी के परिणाम असामान्य आते हैं। -
आयरन प्रोफाइल -
यह आयरन और फेरिटिन के स्तरों, टोटल आयरन बाइंडिंग कैपेसिटी (टीआईबीसी), परसेंट ट्रांस्फेरिन सैचुरेटेड और अनसैचुरेटेड आयरन बाइंडिंग कैपेसिटी (यूआईबीसी) का पता लगाता है। सीरम आयरन आपके रक्त में मौजूद संपूर्ण आयरन के स्तरों का पता लगाता है, वहीं सीरम फेरिटिन शरीर में संचित आयरन का पता लगाता है। टीआईबीसी ट्रांस्फेरिन से बंधने वाली आयरन की मात्रा का, वहीं ट्रांस्फेरिन सेचुरेशन ट्रांस्फेरिन की उस प्रतिशत का पता लगाता है जो आयरन से संश्लेषित होते हैं। यूआईबीसी ट्रांस्फेरिन के उन स्तरों का पता लगाता है जो आयरन द्वारा सेचुरेटेड नहीं हुए हैं। आयरन एचबी का एक भाग होता है और ट्रांस्फेरिन प्रोटीन से बंधता है। यह प्रोटीन आयरन को बोन मेरो तक पहुंचाता है, जहां एचबी, आरबीसी और शरीर के ऊतकों का उत्पादन होता है। -
सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) -
सीआरपी लिवर में संश्लेषित नहीं किया जाता है। इस प्रोटीन के स्तरों की जांच करने से कम या लंबे समय से हो रही सूजन संबंधी स्थितियों के बारे में पता लगाया जा सकता है। जिनसे कि रक्त की क्षति हो सकती है और परिणामस्वरूप एनीमिया हो सकता है। -
टोटल प्रोटीन, एल्ब्यूमिन और एल्ब्यूमिन टू ग्लोब्युलिन रेश्यो -
यह टेस्ट आपके रक्त में ग्लोब्युलिन और एल्ब्यूमिन (रक्त में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन) प्रोटीन के स्तरों की जांच करता है। ए-जी रेश्यो ग्लोब्युलिन की तुलना में एल्ब्यूमिन की मात्रा का पता लगाने में मदद करता है। एल्ब्यूमिन, प्रोटीन और ए-जी रेश्यो की असामान्य वैल्यू लिवर और किडनी रोगों व एनीमिया का कारण होने वाले रोगों की तरफ संकेत कर सकती हैं। - एचबी एलेक्ट्रोफोरेसिस -
हीमोग्लोबिन रक्त में मौजूद एक प्रोटीन है। यह शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने का कार्य करता है। एचबी इलेक्ट्रोफोरेसिस आपके शरीर में मौजूद विभिन्न प्रकार के एचबी की जांच करता है। एचबी के सबसे सामान्य प्रकारों में वयस्कों में एचबीए, एचबीए2, एचबीई, एचबीएफ, एचबीएच, एचबीएम, एचबीएस और एचबीसी शामिल हैं। कुछ लोगों में थोड़ी मात्रा में एचबीएफ भी पाया जाता है। यह अजन्मे शिशुओं में पाया जाने वाला सबसे सामान्य एचबी है। हालांकि, असामान्य एचबी (जो कि कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों या आनुवंशिक कारणों से होता है) यह कार्य नहीं कर पाता। उदाहरण के लिए एचबीएस सिकल सेल एनीमिया और एचबीसी हेमोलिटिक एनीमिया के मरीजों में पाया जाता है।