एल्कलाइन फॉस्फेटेस (एएलपी) टेस्ट क्या है?
एएलपी टेस्ट रक्त में एल्कलाइन फॉस्फेटेस (एएलपी) एंजाइम के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है। यह एंजाइम वैसे तो पूरे शरीर में पाया जाता है पर अधिकतर यह लिवर, हड्डियों, किडनी और पित्त नलिकाओं में मिलता है।
यह हड्डियों को बनाने वाली कोशिकाओं (जैसे ऑस्टिओब्लास्ट्स) में पाया जाता है। अलग-अलग ऊतक एएलपी के अलग-अलग प्रकारों को बनाते हैं, जिन्हें आइसोएंजाइम कहते हैं। इन आइसोएंजाइम में अंतर पता करने के लिए चिकित्सीय संकेतों और टेस्ट की मदद ली जाती है। जिससे यह जानने में मदद मिलती है खून में कौन से आइसोएंजाइम की मात्रा बढ़ी है।
कुछ स्थितियां हैं जो खून में एएलपी के स्तर में वृद्धि कर सकती है जैसे तेज़ी से हड्डी का बढ़ना, जो कि आमतौर पर प्यूबर्टी के दौरान होती है, हड्डियों के विकार उदाहरण के तौर पर पेजेट रोग या हड्डियों का कैंसर, हाइपरपैराथायरायडिज्म (एक स्थिति जो रक्त में कैल्शियम को प्रभावित करती है), विटामिन डी की कमी या लिवर की कोशिकाओं का क्षतिग्रस्त होना।
इसके अलावा इस टेस्ट को एएलपी, एएलके, एएलकेपी, एल्कालाइन फास्फेट आइसोएंजाइम और बोन-स्पेसिफिक एएलपी टेस्ट के नाम से भी जाना जाता है।