एएफबी टेस्ट पॉजिटिव है तो आपको पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) है। जिसका इलाज आप अपने पास के आरएनटीसीपी (संशोधित राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम सेंटर) से करवा सकते हैं।
आप टीबी के लिए एएफबी टेस्ट किसी भी अच्छे लैब से करवा सकते हैं। इसकी रिपोर्ट 6 से 8 हफ्तों में आ जाती है।
कभी-कभी यह गंदगी की वजह से होता है। अगर उन्हें बुखार, खांसी, नाक से सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो पल्मोनोलॉजिस्ट से सलाह लेकर उनका इलाज करवाएं।
इस स्थिति में आपके लिए होमियोपैथी दवाईयां सुरक्षित और प्रभावशाली हैं। डॉक्टर से मिलकर उनकी सलाह से दवा लें।
डॉक्टर ने आपके बलगम की जांच की रिपोर्ट में एशेरिकिया कोलाई बैक्टीरिया बताया है जो कि बैक्टीरियल निमोनिया का दूसरा सबसे आम कारण है।
एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी फेफड़ों को छोड़कर ओवरी, दिमाग और हड्डी में हो सकता है।
आप अपनी छाती का पोस्टेरॉन्टेरियर व्यू (एक्स-रे मशीन से पीठ की तरफ से छाती का एक्स-रे किया जाता है) करवाकर रिपोर्ट के साथ डॉक्टर से मिलें।
आपके बलगम और यूरिन में बैक्टीरिया क्लेबसिएला निमोनिया है। दोनों की कल्चर रिपोर्ट में बैक्टीरिया पाया गया है। सूक्ष्म बैक्टीरिया के लिए आप दवा लें।
अगर उनकी एएफबी स्मीयर और जीनएक्सपर्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव है तो उन्हें पल्मोनरी टीबी है। छाती के डॉक्टर से मिलकर आप एंटी बायोटिक दवा ले सकते है।
बलगम की जांच की एएफबी टेस्ट में एसिड फास्ट बैक्टीरिया नहीं है तो इसका रिजल्ट नेगेटिव है।