एब्सोल्यूट मोनोसाइट काउंट (एएमसी) टेस्ट क्या है?
एब्सोल्यूट मोनोसाइट काउंट (एएमसी) टेस्ट किसी व्यक्ति के रक्त में मौजूद मोनोसाइट्स की संख्या का परीक्षण करने के लिए किया जाता है। मोनोसाइट्स सफेद रक्त कोशिकाएं होती हैं, जिनमें एक ही न्यूक्लियस होता है और दिखावट में ये नॉन-ग्रेन्युलर (गैर-दानेदार) होते हैं। ये बोन मेरो में बनते हैं और रक्त के माध्यम से विभिन्न ऊतकों तक जाते हैं। ऊतक के अंदर जाने के बाद मोनोसाइट्स मैक्रोफेज में बदल जाते हैं। मैक्रोफेज एक तरह की फेगोसाइटिक (phagocytic) कोशिकाएं होती हैं जो कि पैथोजन को निगल कर उन्हें खत्म करती हैं। फेगोसाइटिक की भूमिका में मोनोसाइट्स मानव शरीर की एक दूसरी महत्वपूर्ण रक्षात्मक प्रतिक्रिया है। मोनोसाइट्स मृत और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं, सूक्ष्मजीवों और ऐसे पदार्थों को खून में से हटाती हैं जो रक्त में घुल नहीं पाते। मोनोसाइट्स जठरांत्र, मूत्रजनन और श्वसन तंत्र में संक्रमण होने से बचाती हैं और संक्रमण की स्थिति में जीवाणुओं से लड़ती हैं।
एएमसी टेस्ट ट्यूबरकुलोसिस, अन्य बैक्टीरियल/वायरल संक्रमण, जलन व सूजन संबंधी स्थितियों और कैंसर की स्थितियों में रक्त में मौजूद मोनोसाइट्स की संख्या की जांच करता है।