वेन्स रिमूवल एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसे वैरिकोज वेन्स निकालने के लिए किया जाता है। वेन्स वे रक्त वाहिकाएं हैं, जो बिना ऑक्सीजन वाले रक्त को ऊतकों से हृदय तक लेकर जाती हैं। इन रक्त वाहिकाओं में वाल्व लगे होते हैं, जो रक्त के बहाव को वापस आने से रोकने का काम करते हैं। जब ये वाल्व कमजोर पड़ जाते हैं, तो रक्त रुक नहीं पाता है और वाहिकाओं में जमा होने लगता है। सामान्य से अधिक रक्त भर जाने के कारण इन वाहिकाओं का आकार बढ़ने लगता है और इनमें सूजन आ जाती है।

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वेन्स को निकालने के लिए आमतौर पर दो सर्जिकल प्रोसीजर उपलब्ध हैं, जिन्हें "एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी" और "वेन स्ट्रीपिंग सर्जरी" के नाम से जाना जाता है। एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी में एक सर्जिकल हुक की मदद से प्रभावित वाहिका को निकाल दिया जाता है और वेन स्ट्रीपिंग सर्जरी में वाहिका में एक तार डाली जाती है, जिसकी मदद से उसे बाहर निकाला जाता है। इन दोनों सर्जिकल प्रक्रियाओं में आपको ऑपरेशन वाले दिन ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। वेन्स रिमूवल सर्जरी की मदद से वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को कम किया जा सकता है और प्रभावित हिस्से की कुरूपता को ठीक किया जाता है।

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  1. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी क्या है - What is Varicose veins surgery in Hindi
  2. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी किसलिए की जाती है - Why is Varicose veins surgery done in Hindi
  3. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी से पहले - Before Varicose veins surgery in Hindi
  4. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी के दौरान - During Varicose veins surgery in Hindi
  5. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी के बाद - After Varicose veins surgery in Hindi
  6. वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी की जटिलताएं - Complications of Varicose veins surgery in Hindi

वैरिकोज वेन्स रिमूवल सर्जरी किसे कहते हैं?

वेन्स रिमूवल एक सर्जिकल प्रोसीजर है, जिसकी मदद से क्षतिग्रस्त नसों को ठीक किया जाता है। वैरिकोज वेन्स व अन्य कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे नसें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।

धमनियां व नसें शरीर की दो मुख्य रक्त वाहिकाएं हैं। इनमें नसों का काम शरीर के सभी हिस्सों से ऑक्सीजन रहित रक्त को हृदय तक पहुंचाना होता है। जो नसें त्वचा से नीचे गहराई में मांसपेशियों में मौजूद होती हैं, उन्हें “डीप वेन” कहा जाता है और जो नसें त्वचा बिल्कुल नीचे होती हैं उन्हें “सुपरफिशियल वेन” कहा जाता है। नसों में वाल्व होते हैं, जो रक्त के बहाव को बढ़ने से रोकते हैं। यदि ये वाल्व ठीक से काम न कर पाएं तो नसों में रक्त जमा होकर नसें फूलने लग जाती हैं, जिस स्थिति को वैरिकोज वेन्स कहा जाता है। अधिकतर मामलों में वैरिकोज वेन्स के कारण टांगें ही प्रभावित होती हैं, लेकिन यह शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है।

  • वैरिकोसील - वृषणों में होने वाला वैरिकोज वेन्स रोग (और पढ़ें - वैरिकोसील का इलाज)
  • विनस लेक्स - चेहरे या गर्दन में होने वाला वैरिकोज वेन्स
  • टेलंजीएक्टेसिया - चेहरे व शरीर के ऊपरी हिस्से में रक्त वाहिकाओं के छोटे-छोटे लाल रंग के गुच्छे बन जाना।
  • स्पाइडर वेन्स - चेहरे या टांगों पर मौजूद रक्त वाहिकाओं से लाल या नीले रंग की आकृतियां बनना। ये आकृतियां आमतौर पर मकड़ी के जाल या पेड़ की शाखाओं के समान प्रतीत होती हैं।
  • बवासीर - गुदा के आस-पास नसों में वैरिकोज वेन्स होना (और पढ़ें - बवासीर के लक्षण)
  • रेटिकुलर वेन्स - घुटनों के पीछे नीले रंग की सपाट नसें दिखाई देना

कई ऐसी स्थितियां हैं, जो वैरिकोज वेन्स होने का खतरा बढ़ा सकती हैं, जैसे गर्भावस्था, मोटापा, बढ़ती उम्र, शारीरिक गतिशीलता की कमी और पारिवारिक समस्याएं आदि। वैरिकोज वेन्स को हटाने के लिए निम्न सर्जिकल प्रक्रियाओं की मदद ली जाती है -

  • एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी
  • वेन्स स्ट्रीपिंग लिगेशन

वेन्स रिमूवल सर्जरी से रक्त के बहाव में कोई कमी नहीं आती है, क्योंकि रक्त अन्य नसों के माध्यम से बहता रहता है।

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वेन्स रिमूवल सर्जरी क्यों की जाती है?

यदि किसी व्यक्ति की सतह के करीब नसों में वैरिकोज वेन्स की समस्या है, तो सर्जन एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी सर्जरी करवाने की सलाह दे सकते हैं। यदि वैरिकोज वेन्स की स्थिति अधिक गंभीर हो गई है, तो इनका इलाज करने के लिए वेन स्ट्रीपिंग और लिगेशन जैसी प्रक्रियाएं की जा सकती हैं। वैरिकोज वेन्स के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं -

  • पैर और टांग में नीले रंग की गांठ बनना
  • टखने में दर्द, सूजन व गांठ बनना
  • प्रभावित हिस्से में खुजली, लालिमा, सूजन व दर्द होना
  • प्रभावित हिस्से की त्वचा सूखी व पतली पड़ना
  • टांगों में दर्द व तकलीफ होना और टांगों में भारीपन महसूस होना
  • टांगें सुन्न होना व फड़फड़ाना
  • टांगों की मांसपेशियों में ऐंठन होना, विशेषकर रात के समय

वेन्स रिमूवल सर्जरी किसे नहीं करवानी चाहिए?

यदि किसी व्यक्ति को निम्न में से कोई भी समस्या है, तो सर्जन वेन्स रिमूवल सर्जरी न करवाने की सलाह दे सकते हैं -

  • गर्भावस्था
  • डीप वेन थ्रोम्बोसिस
  • आर्टिरियल इनसफिशिएंसी
  • गराई में मौजूद नसें ब्लॉक होने पर ऊपरी सतह की नसों का आकार बढ़ जाना

इसके अलावा कुछ ऐसी स्थितियां भी हैं, जिनमें वेन्स रिमूवल सर्जरी को बहुत ही सावधानी बरतते हुए करने की सलाह दी जाती है -

  • विनस रिफ्लक्स -
    इस स्थिति में नसों में रक्त उल्टा बहने लगता है, जो आमतौर पर वाल्व के ठीक से काम न करने के कारण होता है।
     
  • आर्टरियोविनस फिस्टुला -
    इसमें धमनियों व नसों के मार्ग पर्याप्त नहीं होते हैं।
     
  • विनस मालफॉर्मेशन -
    इसमें नसें ठीक से विकसित नहीं हुई होती हैं।
     
  • पोस्ट थ्रोम्बोटिक सिंड्रोम -
    डीप वेन थ्रोम्बोसिस से होने वाली एक समस्या।

वेन्स रिमूवल सर्जरी से पहले की तैयारी?

आपको सर्जरी से कुछ दिन पहले अस्पताल बुलाया जाता है, जिस दौरान कुछ विशेष टेस्ट किए जाते हैं। डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण करते हैं, जिसमें प्रभावित हिस्से में सूजन, लालिमा, दर्द व अन्य समस्याओं की जांच की जाती है। प्रभावित हिस्से का अल्ट्रासाउंड स्कैन भी किया जा सकता है, ताकि अंदरूनी हिस्से की संरचना की जांच की जा सके। सर्जरी से पहले डॉक्टर आपको निम्न की सलाह देते हैं -

  • यदि आप गर्भवती हैं या भविष्य में गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं, तो डॉक्टर को बता दें
  • आपको उन सभी दवाओं की जानकारी देने को कहा जाएगा, जो हाल ही में आप ले रहे हैं जैसे किसी प्रकार की दवा (सिरप या टेबलेट), हर्बल उत्पाद, विटामिन, मिनरल या कोई अन्य सप्लीमेंट आदि। कुछ दवाएं व अन्य उत्पाद रक्त को पतला करने का काम करते हैं, डॉक्टर इन्हें सर्जरी से कुछ दिन पहले ही छोड़ने की सलाह दे सकते हैं जैसे एस्पिरिन, आइबूप्रोफेन और कुछ प्रकार के विटामिन आदि।
  • सर्जरी से एक या दो दिन पहले आपको कुछ विशेष प्रकार की दवाएं भी दी जा सकती हैं, जिन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना चाहिए।
  • ऑपरेशन वाले दिन अस्पताल आने से पहले आपको सभी प्रकार के मेकअप हटाने, आभूषण व अन्य गैजेट को घर पर ही उतारकर आने की सलाह दी जाती है, जैसे गले का हार, कंगन, घड़ी और ब्लूटूथ आदि।
  • यदि सर्जरी से कुछ दिन पहले ही आपको बुखार, जुकाम या फ्लू जैसे लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर को इस बारे में बता दें।
  • यदि सर्जरी करने के लिए आपको जनरल एनेस्थीसिया दी जानी है, तो आपको खाली पेट अस्पताल में आने को कहा जाता है। जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगने के बाद आप सर्जरी के दौरान गहरी नींद में सो जाते हैं और आपको कुछ महसूस नहीं होता है। एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगने पर उल्टी की शिकायत हो जाती है, इसीलिए आपको अस्पताल में खाली पेट बुलाया जाता है।
  • आपको अपने साथ किसी करीबी रिश्तेदार या मित्र को अस्पताल में लाने की सलाह दी जाती है, जो सर्जरी से पहले के कार्यों में आपकी मदद कर सकते हैं और सर्जरी के बाद आपको घर ले जा सकते हैं।
  • अस्पताल में आपको एक सहमति पत्र दिया जाता है, जिस पर हस्ताक्षर करके आप सर्जन को सर्जरी करने की अनुमति देते हैं। हालांकि, सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले उसे अच्छे से पढ़ व समझ लेना चाहिए।

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वेन्स रिमूवल सर्जरी कैसे की जाती है?

जब आप ऑपरेशन के लिए अस्पताल पहुंच जाते हैं, तो मेडिकल स्टाफ आपको एक विशेष ड्रेस पहनने के लिए देता है, जिसे हॉस्पिटल गाउन कहा जाता है। आवश्यकतानुसार आपकी बांह या हाथ की नस में सुई लगाकर उसे इंट्रावेनस ड्रिप से जोड़ दिया जाता है, जिसकी मदद से आपको सर्जरी के दौरान आवश्यक द्रव व दवाएं दी जाती हैं।

एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी सर्जरी को निम्न प्रोसीजर के अनुसार किया जाता है - 

  • जिस हिस्से की सर्जरी करनी है, उसमें लोकल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर उसे सुन्न कर दिया जाता है।
  • जब वह हिस्सा पूरी तरह से सुन्न हो जाता है, तो सर्जन वैरिकोज वेन्स के रास्ते में छोटे चीरे लगाते हैं।
  • चीरे के अंदर से एक हुक-नुमा सर्जिकल उपकरण को डाला जाता है और हल्के-हल्के खींचते हुए प्रभावित नस को निकाल दिया जाता है।
  • इस सर्जिकल प्रोसीजर में लगाए गए चीरे आमतौर पर छोटे होते हैं, जिन्हें बंद करने के लिए टांके लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। उनपर पट्टी करके ही उन्हें बंद कर दिया जाता है।

इस सर्जिकल प्रोसीजर को पूरा होने में आमतौर पर एक घंटे का समय लगता है। सर्जरी के बाद आपकी टांग पर हल्की पट्टी लगा दी जाती है। ऑपरेशन के बाद आपके स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टर उसी दिन आपको अस्पताल से छुट्टी दे सकते हैं।

वेन्स स्ट्रीपिंग एंड लिगेशन सर्जरी को निम्न प्रोसीजर के अनुसार किया जाता है -

  • सबसे पहले आपको जनरल या स्पाइनल एनेस्थीसिया दी जाती है। जनरल एनेस्थीसिया से आपको गहरी नींद आ जाती है और स्पाइनल एनेस्थीसिया में आपके शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह से सुन्न हो जाता है।
  • जब सर्जरी वाला हिस्सा पूरी तरह से सुन्न हो जाता है, तो वैरिकोज वेन्स के आस-पास और दोनों तरफ दो से तीन चीरे लगाए जाते हैं, जिनकी मदद से नस को निकाल दिया जाता है।
  • यदि वैरिकोज वेन्स टांग में हुई है, तो सर्जरी में एक चीरा जांघ और दूसरा टखने या पिंडली के पास लगाया जाता है। इसके बाद -
    • जांघ में बने चीरे के माध्यम से प्रभावित नस में प्लास्टिक से बनी एक पतली तार को डाला जाता है और उसे टखने या पिंडली के चीरे से निकाल दिया जाता है।
    • ऊपरी चीरे में तार और प्रभावित नस के सिरे को बांध दिया जाता है और टखने या पिंडली के पास वाले सिरे से तार को धीरे-धीरे खींचा जाता है, जिससे नस भी बाहर आ जाती है।
  • यदि त्वचा की ऊपरी सतह में वैरिकोज वेन्स से ग्रस्त हैं, तो उन्हें निकालने के लिए एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी सर्जरी की जा सकती है।
  • इस प्रोसीजर में लगाए गए चीरे आकार में थोड़े से बड़े हो सकते हैं, जिन्हें बंद करने के लिए टांके लगाने की आवश्यकता पड़ती है।

इस सर्जरी प्रक्रिया को पूरा करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है। ऑपरेशन के बाद आपको स्टॉकिंग्ज पहनने को दी जा सकती है। यदि आपके शारीरिक संकेत सामान्य हैं और आपका शारीरिक स्वास्थ्य स्थिर दिख रहा हैं, तो सर्जरी वाले दिन ही आपको अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।

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वेन्स रिमूवल सर्जरी के बाद देखभाल कैसे करें?

अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद जब आप घर आ जाते हैं, तो आपको निम्नलिखित तरीके से अपनी देखभाल करने की सलाह दी जाती है -

  • सर्जरी के बाद आपको कॉम्प्रेशन स्टॉकिंग्ज पहनने की सलाह दी जाती है। स्टॉकिंग्ज टांग पर हल्का दबाव रखती है, जिससे नसों में रक्त जमा नहीं हो पाता है। स्टॉकिंग पहनने से सूजन को कम करने में भी मदद मिलती है।
  • ऑपरेशन के बाद आपको थोड़ा-बहुत शारीरिक रूप से गतिशील रहने को कहा जाएगा और लंबे समय तक खड़े रहने या बैठने से मना किया जाएगा।
  • डॉक्टर आपको सर्जरी से एक या दो दिन बाद थोड़ा बहुत चलना-फिरना शुरू करने की सलाह दे सकते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे चलने-फिरने की गति और अवधि बढ़ाने की सलाह देते हैं।
  • बैठने व लेटने के दौरान ऑपरेशन वाली टांग को थोड़ा ऊपर उठाकर रखें। हालांकि, आपको टांग पर टांग रखकर बैठने से मना किया जाता है।
  • लंबे समय तक ऊंची एड़ियों वाले चप्पल-जूते आदि न पहनें। इनकी बजाय सही फीटिंग वाले ऐसे जूते व चप्पल पहनें, जो वजन में हल्के हों।
  • ऑपरेशन के बाद गाड़ी चलाने या किसी अन्य मशीन को ऑपरेट करने से पहले डॉक्टर से इस बारे में अनुमति ले लें।

एम्बुलेटरी फ्लेबोटमी सर्जरी में लगाया गया चीरा काफी छोटा होता है, जिसके लिए टांके लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। वेन्स रिमूवल सर्जरी की मदद से वैरिकोज वेन्स के लक्षणों को नियंत्रित और साथ ही साथ प्रभावित हिस्से की रूपरेखा में भी सुधार किया जा सकता है।

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि आपको वेन्स रिमूवल सर्जरी के बाद निम्न में से कोई भी समस्या महसूस होती है, तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर लेनी चाहिए -

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वेन्स रिमूवल सर्जरी से क्या जोखिम हो सकते हैं?

इस सर्जिकल प्रोसीजर से कुछ जोखिम व जटिलताएं हो सकती हैं -

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