ट्यूब थोराकोस्टोमी एक ऐसी सर्जरी है जिसमें अतिरिक्त तरल पदार्थ, हवा या खून को निकालने के लिए प्लूरल गुहा में एक ट्यूब डाली जाती है। फेफड़ों को कवर करने और छाती की दीवार के अंदर की लाइन की झिल्लियों द्वारा बनी पतली-सी जगह को प्लूरल गुहा कहते हैं।
सांस खींचते और छोड़ते समय दो झिल्लियां एक-दूसरे पर रपटती हैं। यह मूवमेंट प्लूरल गुहा में मौजूद फ्लूइड की पतली फिल्म से चिकनी होती है। हालांकि, कुछ बीमारियों और स्थितियों में प्लूरल गुहा में हवा, फ्लूइड या खून जमने लगता है जिससे फेफड़ों के काम में बाधा उत्पन्न होने लगती है।
मरीज की स्थिति के अनुसार, प्लूरल गुहा से अतिरिक्त हवा और फ्लूइड को पूरी तरह से निकालने में कुछ घंटे या दिन लग सकते हैं।
जब तक कि पूरा ड्रेनेज निकल नहीं जाता तब तक डॉक्टर आपको अस्पताल में रूकन के लिए कह सकते हैं या चेस्ट ट्यूब के साथ ही डिस्चार्ज कर सकते हैं। ट्यूब लगाने के लिए कुछ चेस्ट एक्स-रे से सर्जन देखते हैं कि कितना ड्रेनेज निकल रहा है।
इसके पूरा निकलने के बाद एक आसान प्रक्रिया से ट्यूब को हटा दिया जाता है। इसमें सर्जन आराम से ट्यूब को खींचते हैं और मरीज को सांस रोक कर रखनी होती है।