प्ल्यूरेक्टोमी में फेफड़ों को कवर करने वाली बाहरी और अंदरूनी लेयर को आंशिक या पूरी तरह से हटा दिया जाता है। इन पतली लेयर्स को प्ल्यूरल लाइनिंग कहते हैं, जो फेफड़ों और सीने के बीच स्थित होती है। यह सर्जरी न्यूमोथोरैक्स (फेफड़ों का संकुचित होना) या प्ल्यूरल लाइनिंग के कैंसर जैसी समस्याओं में की जाती है। सर्जरी से एक रात पहले से मरीज को खाना-पीना छोड़ना होता है। यह ऑपरेशन जनरल एनेस्थीसिया के तहत किया जाता है। प्रोसीजर पूरा होने के बाद मरीज को उस जगह का विशेष ध्यान रखने को कहा जाता है, जहां सर्जरी के लिए चीरा लगाया गया था। घाव के पूरी तरह ठीक होने तक इसे हमेशा साफ और सूखा रखना होता है। ऑपरेशन की प्रक्रिया पूरी होने के छह हफ्ते बाद मरीज को अस्पताल आकर अपने स्वास्थ्य की जांच कराने की सलाह दी जाती है।