पेनाइल इंप्लांट या पेनाइल प्रोस्थेसिस का इस्तेमाल स्तंभन दोष (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) का इलाज करने के लिए किया जाता है। स्तंभन दोष पुरुषों में होने वाला एक ऐसा विकार है, जिसमें यौन संबंध बनाते समय लिंग में तनाव नहीं आ पाता है या फिर तनाव बहुत ही कम समय के लिए रहता है। यह सर्जरी तब की जाती है, जब इस स्थिति का इलाज करने के लिए अन्य सभी उपचार प्रक्रियाएं काम न कर पाई हों। पेनाइल इंप्लांट दो अलग-अलग प्रकारों में उपलब्ध हैं, जिन्हें नॉन-इंफ्लेटेबल इंप्लांट और इंफ्लेटेबल इंप्लांट के नाम से जाना जाता है। नॉन इंफ्लेटेबल इंप्लांट में स्थायी रूप से तनाव रहता है और इंफ्लेटेबल इंप्लांट में सिलेंडर, रिजरवियर और पंप काम करता है।
इस सर्जरी को जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर किया जाता है, जिसकी मदद से आप सर्जरी के दौरान गहरी नींद में सो जाते हैं और आपको कोई दर्द या तकलीफ महसूस नहीं होती है। इस प्रोसीजर को पूरा करने में एक से दो घंटे का समय लगता है। सर्जरी के बाद आपको एक दिन या उससे भी अधिक समय तक अस्पताल में भर्ती रखा जा सकता है। सर्जरी के लगभग दो हफ्ते बाद आपको अस्पताल बुलाया जाता है, जिस दौरान देखा जाता है कि सर्जरी ठीक से हो गई है या नहीं। इस दौरान आपको प्रोस्थेसिस के काम करने की प्रक्रिया आदि के बारे में समझाया जाता है। सर्जरी के बाद कम से कम छह हफ्तों तक आपको कोई भी यौन गतिविधि करने से मना किया जाता है। इस सर्जरी से अधिकतर लोग संतुष्ट हो जाते हैं।
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