पैलिडोटोमी एक न्यूरोसर्जिकल प्रोसीजर है, जिसे पार्किंसन रोग के लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है। पार्किंसन रोग से ग्रस्त लोगों के मस्तिष्क का एक हिस्सा जिसे “ग्लोबस पैलिडस इंटरना” कहा जाता है, वह अत्यधिक सक्रिय हो जाता है। मस्तिष्क का यह हिस्सा हाइपरएक्टिव होने पर शरीर की हलचल काफी प्रभावित हो जाती है। पैलिडोटोमी सर्जरी की मदद से इस हिस्से को नष्ट कर दिया जाता है, तो पार्किसन्स डिजीज के लक्षणों से राहत मिलती है।
सर्जरी के दौरान सर्जन खोपड़ी में एक छोटा सा छिद्र बनाते हैं, जिसमें से तरल नाइट्रोजन का इस्तेमाल करते मस्तिष्क के उस हिस्से को नष्ट किया जाता है। पैलिडोटोमी सर्जरी को पूरा होने में लगभग दो घंटे का समय लगता है और सर्जरी के बाद दो से तीन दिनों तक आपको अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है। ऑपरेशन के छह हफ्तों बाद आप पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। सर्जरी के बाद कई बार आपको अस्पताल बुलाया जाता है, जिस दौरान कुछ विशेष स्कैन व अन्य टेस्ट किए जाते हैं। इन परीक्षणों की मदद से यह पता चलता है कि ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो गया है या नहीं।
(और पढ़ें - पार्किंसन रोग में क्या खाना चाहिए)