पेसमेकर बैटरी से चलने वाला एक उपकरण है, जिसे कार्डियक पेसमेकर भी कहा जाता है। पेसमेकर तब लगाया जाता है जब आपका हृदय स्वयं नियमित रूप से धड़क नहीं पाता है। पेसमेकर आपकी छाती में सर्जरी द्वारा रखा जाता है। यह धीरे-धीरे विद्युत् आवेगों को पैदा करता है जो कि हृदय तक लंबी व पतली तारों द्वारा ले जाई जाती हैं। यह पहले हृदय की गति को महसूस करता है और इसके बाद हृदय की मांसपेशियों तक सिग्नल पहुंचाता है।
जब हृदय ठीक तरह से नहीं धड़क रहा होता है तो यह उपकरण अपनी विद्युत् आवेगों को हृदय तक भेजकर हृदय की गति को नियंत्रित करता है। सर्जरी से पहले कुछ जरूरी टेस्ट किए जाते हैं जैसे ब्लड टेस्ट, इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम, यूरिन टेस्ट। सर्जरी के बाद अस्पताल में एक-दो दिन रहने को कहा जा सकता है, ताकि यह देखा जा सके कि पेसमेकर ठीक तरह से कार्य कर रहा है या नहीं। जब अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा तो यह जरूरी है कि ड्रेसिंग को समय-समय पर बदला जाए और इसके साथ ही आप स्वस्थ आहार लें। साथ ही हल्का व्यायाम जैसे साइकिलिंग, चलना आदि का प्रयास करें और डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवा को समय पर लेते रहें। पेसमेकर लगने के बाद समय-समय पर डॉक्टर के पास जाते रहना भी जरूरी है।