अंडाशय महिलाओं का प्रमुख प्रजनन अंग होता है. हर महीने अंडाशय से ही अंडा निकलता है, जो फर्टिलाइजेशन के लिए जरूरी होता है. स्पष्ट रूप से कहा जाए, तो गर्भवती होने के लिए अंडाशय का स्वस्थ होना जरूरी है. वहीं, जो महिलाएं मां बन चुकी होती हैं, वो कुछ स्थितियों में खासतौर पर मासिक धर्म चक्र के दौरान कई तरह की परेशानी, जैसे- दर्द, पेट में ऐंठन व अंडाशय में कैंसर की समस्या होने पर अंडाशय निकलवाने का फैसला लेती हैं.
अंडाशय हटाने का ऑपरेशन एक ओर जहां महिलाएं अपनी कुछ परेशानियों को कम कर लेती हैं, तो वहीं दूसरी ओर अंडाशय हटाने के कुछ साइड-इफेक्ट जैसे- हर्निया, इंफेक्शन व ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है.
आज इस लेख में हम अंडाशय हटाने के साइड इफेक्ट के बारे में विस्तार से जानेंगे -
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