मायोमेक्टोमी वह सर्जरी जो गर्भाशय से रसौली निकालने के लिए की जाती है। यूटेरिन फ़िब्रोइड गर्भाशय में बन जाने वाली गैर कैंसरकारी गांठें होती हैं। उनके स्थान और आकार के अनुसार इनके अलग-अलग नाम होते हैं जैसे इंट्राम्यूरल, सबसेरॉल, सबम्यूकोसल और पेडन्कुलेटेड फाइब्रॉइड्स। रसौली के कई सारे लक्षण दिखाई दे सकते हैं और इससे महिलाओं में प्रजनन संबंधी समस्याएं भी आ सकती हैं जैसे नंपुसकता या बांझपन। मायोमेक्टोमी तीन तरह से की जाती है एब्डोमिनल, लेप्रोस्कोपिक और हिस्टेरोस्कोपिक मायोमेक्टोमी। आप कितने समय तक अस्पताल में रहेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सी सर्जरी की गयी है। हालांकि, रसौली के दोबारा होने का खतरा हमेशा बना रहता है।