मलाशय में कैंसर के इलाज के लिए ममध्यगुदा उच्छेद (मेसोरेक्टल एक्सीजन) नामक सर्जरी की जाती है। इस सर्जरी में मलाशय (बड़ी आंत के अंतिम हिस्से) के प्रभावित हिस्से को हटाया जाता है और बाकी के मलाशय को आंत से जोड़ दिया जाता है।
ओपन या लेप्रोस्कोपी तरीके से इस सर्जरी को किया जा सकता है। आमतौर पर इसमें चार घंटे लगते हैं। सर्जरी से पहले स्वास्थ्य स्थिति जानने के लिए कुछ टेस्ट करवाए जाते हैं। सर्जरी से पहले या बाद में किसी तरह की जटिलता से बचने के लिए डॉक्टर कुछ दवा बंद करने के लिए कहेंगे।
ऑपरेशन के बाद मरीज को तीन से छह दिन तक अस्पताल में ही रूकना पड़ता है। सर्जरी की वजह से मल में कुछ बदलाव आ सकता है लेकिन समय के साथ सब ठीक होता रहेगा।
रिकवरी के दौरान कोई कठिन काम करने से बचें। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद टांके खुलवाने के लिए एक से तीन हफ्ते बाद फॉलो-अ के लिए आना होता है।