लंबे समय से अग्नाश्य यानि पैंक्रियाज में सूजन होने पर दर्द से राहत दिलाने के लिए लॉन्जिट्यूडनल पैन्क्रियाटिकोजेजूनोस्टमी की जाती है। ओपन, लेप्रोस्कोपिक या रोबोटिक तरीके से यह सर्जरी की जा सकती है। कैंसर, लिवर की नस में रुकावट और लिवर सिरोसिस की स्थिति में इस सर्जरी को करने से मना किया जा सकता है।
सर्जरी से पहले मरीज के कई टेस्ट करवाए जाते हैं जिसमें मल का टेस्ट, सीटी स्कैन, मैग्नेटिक रेसोनेंस कोलेंजियोपैंक्रियाटोग्राफी और पेट का अल्ट्रासाउंड शामिल है। इसके साथ ही मरीज से पूछा जाता है कि उसे कोई बीमारी है या रही है। शारीरिक जांच भी की जाती है।
जनरल एनेस्थीसिया देने के बाद यह सर्जरी की जाती है। सर्जरी के बाद खाना पचाने में मदद के लिए एंजाइम थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है। ऑपरेशन के लगभग दो हफ्ते बाद मरीज काे डॉक्टर के पास फॉलो-अप के लिए जाना होता है जिसमें टांके खोले जाते हैं।