फेमोरल हेड ओसेक्टोमी की सर्जरी में कूल्हों के जोड़ के एक हिस्से फेमुर (जांघ की हड्डी) के ऊपरी हिस्से को निकाला जाता है। आमतौर पर यह सर्जरी संक्रमणों और हिप ट्रांस्प्लांट सर्जरी करवाने के बाद आने वाली अन्य समस्याओं के इलाज की जाती है। ऑपरेशन से पहले मरीज को जनरल एनेस्थीसिया या एनेस्थीसिया दिया जाता है। इससे शरीर का निचला हिस्सा सुन्न पड़ जाता है।
सर्जरी के दौरान फेमुर के प्रभावित हिस्से काे काट या निकाल दिया जाता है और यहां बनी कैविटी को जांघ से निकाली गई मांसपेशियों से कवर कर दिया जाता है। फेमोरल हेड ओसेक्टोमी की वजह से ऑपरेशन की गई टांग की लंबाई कम हो सकती है।
ये सर्जरी करवाने पर मरीज को टांग की लंबाई में दिक्कत आ सकती है और उसे वॉकिंग एड (चलने में मदद करने वाले डिवाइस) पर निर्भर रहना पड़ सकता है।