एपिफिसिओडेसिस एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसकी मदद से किसी व्यक्ति की बांह या टांग की असामान्य लंबाई को ठीक किया जाता है। कई बार टांग संबंधी विकृति को ठीक करने के लिए भी एपिफिसिओडेसिस सर्जरी की जा सकती है।
घुटने के जोड़ के आसपास ग्रोथ प्लेट होती हैं, जो बच्चे की विकास की उम्र के दौरान टांग की लंबाई को बढ़ाने का काम करती है। हालांकि, कुछ स्थितियां हैं, जिसमें एक टांग दूसरी से लंबी हो जाती है या फिर कोई अन्य विकृति हो जाती है।
एपिफिसिओडेसिस सर्जरी की मदद से लंबी टांग को बढ़ने से रोक दिया जाता है, ताकि दूसरी टांग लंबी होकर उसके सामान आ जाए। यह सर्जरी आमतौर पर किशोरावस्था में ही की जाती है। इस सर्जरी को आमतौर पर जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाकर किया जाता है, जिससे बच्चा सर्जरी के दौरान सोता रहता है और उसे कुछ महसूस नहीं होता है। एपिफिसिओडेसिस को कई अलग-अलग सर्जिकल प्रोसीजर के अनुसार किया जाता है, जिनमें से मुख्य रूप से “एट प्लेट मेथड” को किया जाता है। इस मेथड में सर्जन लंबी टांग में मौजूद ग्रोथ प्लेट के ऊपर या दोनों तरफ एक धातु की प्लेट लगा देते हैं, जिससे टांग के बढ़ने की गति रुक जाती है। सर्जरी वाले दिन ही बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। हालांकि, अस्पताल से छुट्टी मिलने के दो हफ्तों बाद डॉक्टर आपको फिर से अस्पताल बुलाते हैं, जिसमें सर्जरी के बाद की आवश्यक जांच की जाती हैं।
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