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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी को हिन्दी में कई नामों में जाना जाता है जैसे कटे होठ को ठीक करने की सर्जरी, कटे तालु का ऑपरेशन और कटे होंठ व तालु को ठीक करने की सर्जरी आदि। ऊपरी होंठ के बीच में जन्म से ही होने वाली एक असाधारण दरार को क्लेफ्ट लिप और तालु की दरार को क्लेफ्ट पैलेट कहा जाता है। यदि यह दरार होंठ व तालु दोनों में है, तो उस स्थिति को "क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट" कहा जाता है। क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट एक जन्म दोष है, जो माता के गर्भ में शिशु के विकास के दौरान उसका होंठ व तालु ठीक से न बनने के कारण होता है। यदि सर्जरी को सिर्फ होंठ को ठीक करने (क्लेफ्ट लिप सर्जरी) के लिए किया जाना है, तो यह बच्चे की 3 से 6 महीने की उम्र तक की जा सकती है। जबकि, यदि यह सर्जरी कटे तालु को ठीक करने (क्लेफ्ट पैलेट सर्जरी) के लिए की जानी है, तो इसे बच्चे की 6 से 12 महीने की उम्र तक किया जा सकता है।

सर्जरी के लिए बच्चे को कुछ विशेष दवाएं दी जाती हैं, जिससे वह सर्जरी के दौरान गहरी नींद में सोता रहता है। सर्जरी में कटे हुए होंठ या तालु के दोनों तरफ ऊतकों से विशेष पल्ले बनाए जाते हैं और फिर इन्हें एक-दूसरे से जोड़कर टांके लगा दिए जाते हैं। सर्जरी के बाद बच्चे को 5 से 7 दिनों तक अस्पताल में ही भर्ती रखा जाता है और सर्जरी के घावों को पूरी तरह से भरने में 4 हफ्तों का समय लग सकता है।

आवश्यकता पड़ने पर क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी के साथ-साथ कई बार कुछ अन्य सर्जरी भी की जा सकती हैं, जैसे राइनोप्लास्टी, बोन ग्राफ्टिंग सर्जरी और दांत संबंधी सर्जरी आदि।

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  1. कटे होंठ व तालु की सर्जरी क्या है - What is Cleft lip and palate repair surgery in Hindi
  2. कटे होंठ व तालु की सर्जरी किसलिए की जाती है - Why is Cleft lip and palate repair surgery done in Hindi
  3. कटे होंठ व तालु की सर्जरी से पहले - Before Cleft lip and palate repair surgery in Hindi
  4. कटे होंठ व तालु की सर्जरी के दौरान - During Cleft lip and palate repair surgery in Hindi
  5. कटे होंठ व तालु की सर्जरी के बाद - After Cleft lip and palate repair surgery in Hindi
  6. कटे होंठ व तालु की सर्जरी की जटिलताएं - Complications of Cleft lip and palate repair surgery in Hindi

क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी किसे कहते हैं?

क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी को कटे हुए होंठ व तालु को ठीक करने के लिए किया जाता है। फांक होंठ व तालु एक जन्म दोष है, जिसमें बच्चे का ऊपरी होंठ (क्लेफ्ट लिप) और तालु (क्लेफ्ट पैलेट) कटे हुए होते हैं।

क्लेफ्ट जन्म से ही होने वाली चेहरे की विकृति है, जिसमें तालु और ऊपरी होंठ में दरार होती है। कई बार यह दरार होंठ से नाक के अंदर तक गई होती है। यह स्थिति बच्चे के गर्भ में विकसित होने के दौरान होती है, जब तालु और ऊपरी होंठ बनाने वाली संरचना उन्हें आपस में जोड़ न पाए। इसके सटीक कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यदि गर्भवती महिला अत्यधिक सिगरेट या शराब पीती है या फिर इस दौरान उसके शरीर में फोलिक एसिड की कमी है, तो क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट हो सकता है। इसके अलावा आनुवंशिक कारणों से भी बच्चे का कटा होंठ व तालु हो सकता है।

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट से बच्चे को काफी दिक्कतें होती हैं, जैसे स्तनपान न कर पाना, कान में संक्रमण होने का खतरा, कान में द्रव जमा होना और नाक से बोलना आदि। इस विकार से प्रभावित बच्चों के दांतों में सड़न होने का भी प्रमुख जोखिम रहता है। कटे हुए होंठ को ठीक करने की सर्जरी को आमतौर पर 3 से 6 महीने की उम्र में ही किया जाता है। यदि सर्जरी कटे हुए तालु (फांक) को ठीक करने के लिए की जानी है, तो इसे 6 से 12 महीने की उम्र के भीतर ही किया जाना चाहिए। इस सर्जरी की मदद से सर्जन होंठ व तालु की दरार की मरम्मत करते हैं, वहां की मांसपेशियों को ठीक करते हैं और टांके लगाकर तालु व होंठ के दोनों पल्लों को जोड़ देते हैं।

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी क्यों की जाती है?

यह सर्जरी आमतौर पर उन बच्चों के लिए की जाती है, जिनका जन्म से ही होंठ या तालु (या दोनों) कटा हुआ है। क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट से निम्न लक्षण हो सकते हैं -

  • ऊपरी होंठ के एक या दोनों तरफ दरार, छिद्र या रिक्त स्थान होना
  • दरार ऊपरी होंठ से नाक के अंदर तक गई होना
  • मुंह के पिछले हिस्से में असामान्य रिक्त स्थान होना
  • मुंह के पिछले हिस्से से आगे तक दरार बनी होना
  • बोलते व खाते समय दिक्कत होना

कटे होंठ व तालु को ठीक करने की सर्जरी किसे नहीं करवानी चाहिए?

यदि बच्चे को कोई गंभीर रोग है, जैसे फेफड़ों के रोग, हृदय रोग या संक्रमण आदि तो ऐसे में डॉक्टर क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी को कुछ समय के लिए टाल सकते हैं और इन बीमारियों का प्राथमिकता के साथ इलाज किया जाता है।

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी से पहले क्या तैयारी की जाती है?

सर्जरी से पहले डॉक्टर कुछ विशेष टेस्ट करते हैं, जिसमें कुछ विशेष नैदानिक परीक्षण किए जाते हैं जिनमें शारीरिक परीक्षण व ब्लड टेस्ट आदि शामिल हैं। इसके बाद आपको सर्जरी से संबंधित विशेष जानकारियां दी जाती हैं, जैसे सर्जरी से होने वाले लाभ, जोखिम और प्रोसीजर आदि। इसके अलावा डॉक्टर आपसे निम्न के बारे में पूछ सकते हैं -

  • बच्चे को वर्तमान में या कुछ समय पहले स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या तो नहीं हुई
  • यदि बच्चा किसी भी प्रकार की कोई दवा, हर्बल उत्पाद, विटामिन, मिनरल या अन्य कोई उत्पाद ले रहा है, तो उस बारे में डॉक्टर को बता दें
  • डॉक्टर बच्चे की कुछ दवा बंद करने की सलाह दे सकते हैं और सर्जरी से एक दो दिन पहले लेने के लिए कुछ अन्य दवाएं दे सकते हैं।

इसके अलावा बच्चे को सर्जरी के लिए तैयार करने के लिए सर्जन आपको कुछ सुझाव दे सकते हैं, जैसे -

  • यदि आपके बच्चे को रक्त को पतला करने वाली दवाएं (जैसे - एस्परिन, वारफेरिन और आइबूप्रोफेन) दी जा रही है तो सर्जरी से 10 दिन पहले इन्हें बंद करने को कहा जा सकता है।
  • बच्चे को सर्जरी से कम से कम छह घंटे पहले तक स्तनपान कराने या फॉर्मूला मिल्क आदि देने से मना किया जाता है। ऐसा इसलिए ताकि सर्जरी के दौरान बच्चा खाली पेट रहे और उसे एनेस्थीसिया के प्रभाव के कारण उल्टी आदि की शिकायत न हो।
  • यदि बच्चे की उम्र 12 महीने से अधिक हो गई है, तो बच्चे को सर्जरी वाले दिन से पहली आधी रात के बाद कुछ भी न खाने या पीने से मना किया जा सकता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि बच्चा सर्जरी के दौरान खाली पेट रहे।
  • सर्जरी से दो घंटे पहले डॉक्टर बच्चे को एक निश्चित मात्रा में साफ पानी, सेब या अंगूर का रस पिलाने की सलाह दे सकते हैं।
  • सर्जरी वाले दिन बच्चे को ढीले व आरामदायक कपड़े पहनाकर लाने की सलाह दी जा सकती है।

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी कैसे की जाती है?

जब सर्जरी के लिए आप अस्पताल पहुंच जाते हैं, तो डॉक्टर बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी पिछली सभी जानकारी लेते हैं और उसके शरीर के अन्य संकेतों की जांच करते हैं जैसे बीपी, हार्ट रेट और ऑक्सीजन का स्तर आदि। बच्चे के परीक्षण के दौरान आपको सहमति पत्र दिया जाएगा, जिस पर हस्ताक्षर करके आप सर्जन को सर्जरी करने की अनुमति दे देते हैं। इस पत्र पर सर्जरी से होने वाले लाभ, जोखिम और उसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी होती है, इसलिए हस्ताक्षर करने से पहले इसे एक बार अच्छे से पढ़ लेना चाहिए। कुछ बच्चे सर्जरी से पहले अधिक परेशान व डर जाते हैं, ऐसे में उनको कैंडी के टेस्ट वाली सीडेटिव दवाएं दी जाती हैं। ये सीडेटिव दवाएं 10 से 15 मिनट बाद बच्चे को शांत कर देती है। सर्जरी के दौरान आपको बच्चे के पास रहने की अनुमति दी जाती है।

जब बच्चे को नींद आना शुरू हो जाती है, तो उसे ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर एक विशेष टेबल पर लिटा दिया जाता है और गैस मास्क की मदद से एनेस्थीसिया दी जाती है। एनेस्थीसिया के प्रभाव से बच्चा गहरी नींद में सो जाता है, जिसके बाद उसकी बांह या टांग की नस में सुई लगाकर इंट्रावेनस लाइन शुरू की जाती है। साथ ही इस दौरान बच्चे के बीपी, हार्ट रेट और ब्लड में ऑक्सीजन के स्तर आदि को लगातार नजर में रखा जाता है।

क्लेफ्ट लिप सर्जरी में सर्जन होंठ के एक हिस्से में इस प्रकार कट लगाते हैं, ताकि त्वचा से पल्ला बन जाए। इस पल्ले को होंठ के दूसरे हिस्से तक खींचा जाता है और फिर टांके लगाकर उसे वहीं पर स्थिर कर दिया जाता है। कटे होंठ को ठीक करने की सर्जरी में आमतौर पर दो घंटे का समय लग जाता है। यदि कटे हुए तालु की सर्जरी करनी है, तो सर्जन तालु के दोनों हिस्सों में चीरा लगाते हैं और दोनों तरफ ऊतकों के पल्ले बनाते हैं। इसके बाद दोनों पल्लों को जोड़कर टांके लगा दिए जाते हैं, जिससे तालु सपाट हो जाता है और बच्चा असानी से स्तनपान कर पाता है। कई बार सर्जरी के दौरान लगाए जाने वाले टांके त्वचा में अवशोषित होने वाले होते हैं। सर्जरी के बाद ऊपरी होंठ पर कुछ स्थायी निशान (स्कार) बन जाते हैं, जो समय के साथ धीरे-धीरे गायब होने लगते हैं।

सर्जरी के बाद बच्चे को कम से कम एक हफ्ता अस्पताल में ही भर्ती रहना पड़ता है, जिस दौरान निम्न प्रक्रियाएं की जाती हैं -

  • जब बच्चे को होश आ जाता है, तो उसे रिकवरी रूम में शिफ्ट कर दिया जाता है। रिकवरी रूम में भी उसके शारीरिक संकेतों पर निरंतर नजर रखी जाएगी।
  • इंट्रावेनस लाइन को लगाकर रखा जाएगा, जिसकी मदद से सर्जरी के बाद भी बच्चे को दवाएं व अन्य आवश्यक द्रव दिए जाते हैं।
  • आवश्यकता पड़ने पर बच्चे की बांह को बेड से बांध कर रखा जा सकता है, ताकि बच्चा इंट्रावेनस सुई को न निकाले और न ही सर्जरी के घावों को छेड़ सके। बच्चे के हाथों को लगभग दो हफ्तों तक बांध कर रखा जा सकता है।
  • यदि टांके त्वचा में अवशोषित होने वाले हैं, तो वे कुछ समय बाद अपने आप गायब हो जाते हैं। यदि अवशोषित होने वाले टांके नहीं लगाए गए हैं, तो डॉक्टर कुछ समय बाद उन्हें निकाल देते हैं।
  • हॉस्पिटल स्टाफ आपको सर्जरी के घावों की सफाई रखने से संबंधित कुछ विशेष सुझाव दे सकते हैं। साथ ही आपको बच्चे के आहार संबंधी विशेष देखभाल रखने की सलाह दी जा सकती है।
  • सर्जरी के बाद बच्चे को कुछ समय तक दर्दसूजन की समस्याएं रह सकती हैं, जिनके लिए दर्द निवारक व सूजन रोधी दवाएं दी जाती हैं।

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी के बाद निम्न देखभाल करने की सलाह दी जा सकती है?

सर्जरी के बाद डॉक्टर आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं, जैसे -

  • जब तक सर्जरी के घाव भर नहीं जाते, तब तक बच्चे को कोई ठोस खाद्य पदार्थ न दें। यदि बच्चा छोटा है, तो उसे सिर्फ दूध व फॉर्मूला मिल्क पर ही रखना चाहिए। स्तनपान या फॉर्मूला दूध पिलाते समय बच्चे को सीधी पोजीशन में रखना चाहिए। डॉक्टर आपको विशेष निप्पल दे सकते हैं, जिसे तब तक इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है, जब तक बच्चे का घाव पूरी तरह से भर नहीं जाता है।
  • यदि बच्चा बड़ा है और वह दूध के अलावा अन्य चीजें भी खा लेता है, तो उसे सिर्फ नरम चीजें ही दें और खिलाने के लिए सिर्फ चम्मच का ही इस्तेमाल करें। ऐसा इसलिए क्योंकि फोर्क व अन्य बर्तन मुंह के अंदर सर्जरी के घावों को प्रभावित कर सकते हैं।
  • जब बच्चे को आप गोदी उठाते हैं, तो ध्यान रखें कि इस दौरान बच्चे का मुंह आपके कंधे से दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार बच्चे का मुंह कंधे से टकरा जाता है, जिससे होंठ व तालु की सर्जरी के घाव क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
  • बच्चे को स्तनपान या अन्य कोई चीज खिलाने के बाद सर्जरी वाले हिस्से को ध्यानपूर्वक साफ कर दें। सर्जन आपको इस हिस्से को साफ करने के लिए विशेष दवाएं दे सकते हैं, साथ ही घाव पर लगाने के लिए आपको विशेष क्रीम या मलहम आदि भी दी जा सकती हैं।
  • जब तक सर्जन अनुमति न दें, तब तक बच्चे को किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल न होने दें, जिसमें सर्जरी के घावों को क्षति पहुंचने का खतरा हो, जैसे दौड़ना या कूदना आदि। 
  • यदि बच्चे के हाथ को बांध कर रखा गया है, तो उसे एक या दो घंटे में खोलते रहें ताकि बच्चा कोहनी को एक-दो बार मोड़ ले और उसके जोड़ों में अकड़न न हो पाए।

सर्जरी के बाद बच्चे को पूरी तरह से स्वस्थ होने में लगभग 4 हफ्तों का समय लगता है। इस सर्जरी प्रोसीजर के बाद बच्चा सांस लेने, बोलने, खाने और पीने जैसी क्रियाओं को सामान्य रूप से कर पाता है और परिणामस्वरूप उसके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो जाता है। यदि सर्जरी के बाद बच्चे के चेहरे की रूपरेखा संबंधी कुछ विकृतियां दिख रही हैं, तो कुछ अन्य सर्जरी कभी जा सकती हैं जैसे राइनोप्लास्टी और बोन ग्राफ्टिंग सर्जरी आदि।

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डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि कटे होंठ व तालु को ठीक करने की सर्जरी के बाद बच्चे को निम्न में से कोई भी समस्या महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए -

  • लगातार दर्द व तकलीफ रहना
  • तेज बुखार होना
  • नाक या मुंह में रक्त का बहाव कम या बंद हो जाना
  • बच्चे के मल व पेशाब आना बंद हो जाना
  • बच्चे को पीने या खाने में दिक्कत होना

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क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट रिपेयर सर्जरी से क्या जोखिम हो सकते हैं?

कटे होंठ व तालु को ठीक करने की सर्जरी से बच्चे को निम्न जोखिम व जटिलताएं हो सकती हैं -

  • सर्जरी के दौरान तालु या होंठ को ठीक से जोड़ न पाने के कारण रिक्त स्थान या दरार रह जाना
  • सर्जरी वाले हिस्से के आसपास की हड्डियां असामान्य रूप से बढ़ना
  • बच्चे को सांस लेने संबंधी समस्याएं होना
  • संक्रमण
  • एनेस्थीसिया से एलर्जी होना
  • ब्लीडिंग रोक न पाना
  • अन्य सर्जरी की आवश्यकता पड़ना

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संदर्भ

  1. National Health Service [Internet]. UK; Cleft lip and palate
  2. American Academy of Family Physicians [Internet]. Kansas. US; What is cleft lip and cleft palate?
  3. American Society of Plastic Surgeons [Internet]. Illinois. US; What is cleft lip and palate repair surgery?
  4. UPMC: Children's hospital of Pittsburg [Internet]. University of Pittsburgh Medical Center. Pennsylvania. US; Cleft Palate Repair
  5. Shaye D, Liu CC, Tollefson TT. Cleft Lip and Palate: An Evidence-Based Review. Facial Plast Surg Clin North Am. 2015 Aug;23(3):357-72. PMID: 26208773
  6. Nemours Children’s Health System [Internet]. Jacksonville (FL): The Nemours Foundation; c2017; Cleft Palate With Cleft Lip
  7. Nationwide Children's [internet]. Nationwide Children's Hospital. Ohio. US; Cleft Palate Repair: Instructions After Surgery
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