कार्डियोमायोप्लास्टी एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसे हार्ट फेलियर के इलाज के लिए किया जाता है। पहले इसे “डायनेमिक कार्डियोमायोप्लास्टी” के रूप में किया जाता था, जिसमें पीठ या पेट की मांसपेशी को निकालकर उसे हृदय के चारों और लपेट दिया जाता था। लेकिन अब इसे “सेलुलर कार्डियोमायोप्लास्टी” के रूप में किया जाता है, जिसमें हृदय के क्षतिग्रस्त हिस्से में इंजेक्शन की मदद से कोशिकाएं (सेल्स) डाली जाती हैं। हार्ट फेलियर ऐसी स्थिति है, जिसमें हृदय शरीर के सभी हिस्सों में पर्याप्त रूप से रक्त पंप नहीं कर पाता है। वैसे तो हार्ट फेलियर की स्थिति में हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी को अधिक महत्व दिया जाता है। लेकिन हृदय प्रत्यारोपण के लिए व्यक्ति को ढूंढने और अन्य मानदंडों को पूरा करने में होने वाली समस्याओं के कारण कई बार कार्डियोमायोप्लास्टी सर्जरी करने पर विचार किया जा सकता है।
कार्डियोमायोप्लास्टी से पहले डॉक्टर आपको कुछ परीक्षण करवाने के लिए कह सकते हैं, जिनकी मदद से आपकी स्वास्थ्य संबंधी सारी जानकारियां ली जाती हैं।
कार्डियोमायोप्लास्टी सर्जरी करने में सिर्फ 15 मिनट का ही समय लगता है। सर्जरी के बाद जब आपको अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है, तो आपको घर पर विशेष देखभाल करने की जरूरत होती है। आपको समय पर सभी दवाएं लेने और नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाते रहने की सलाह दी जाती है, ताकि आपके शरीर को जल्द से जल्द स्वस्थ होने में मदद मिले।
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