एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी एक सर्जरी प्रोसीजर है, जिसे मस्तिष्क में मौजूद टेम्पोरल लोब के एक हिस्से को हटाने के लिए किया जाता है। यह सर्जरी मिर्गी का इलाज करने के लिए की जाती है। टेम्पोरल लोब मस्तिष्क के किनारों पर मौजूद होती है और मानव शरीर के कई कार्य करने के काम आती है, जैसे आंखों द्वारा देखी गई चीज को समझना और बोलने के लिए स्पीच तैयार करना आदि। मिर्गी जो मस्तिष्क के टेम्पोरल लोब में विकसित होती है उसे टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी कहा जाता है।

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एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी तब की जाती है, जब टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी दवाओं से ठीक न हो पा रहा हो। इस सर्जरी से पहले डॉक्टर लगातार कई महीनों तक विशेष परीक्षण करते हैं, जिससे मस्तिष्क के उस हिस्से की पहचान की जाती है जहां से मिर्गी शुरू होती है। साथ ही इन परीक्षणों की मदद से यह भी पता लगाया जाता है, कि इस स्थिति का इलाज करने के लिए एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी उचित है या नहीं। यह एक जटिल सर्जरी प्रोसीजर है, जिसे पूरा करने में तीन से छह घंटों का समय लग सकता है। सर्जरी होने के दो से तीन दिन बाद आपको घर जाने की अनुमति दी जा सकती है। डॉक्टर आपको सर्जरी के बाद कम से कम तीन महीनों तक आराम करने की सलाह देते हैं।

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी से आपके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है और मिर्गी की दवाओं पर आपकी निर्भरता पहले की तुलना में कम हो जाती है।

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  1. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी क्या है - What is Anterior temporal lobectomy in Hindi
  2. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी किसलिए की जाती है - Why is Anterior temporal lobectomy done in Hindi
  3. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी से पहले - Before Anterior temporal lobectomy in Hindi
  4. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी के दौरान - During Anterior temporal lobectomy in Hindi
  5. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी के बाद - After Anterior temporal lobectomy in Hindi
  6. ऐन्टिरीयर टेम्पोरल लोबेक्टोमी की जटिलताएं - Complications of Anterior temporal lobectomy in Hindi

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी किसे कहते हैं?

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी एक न्यूरोसर्जिकल तकनीक है, जिसे टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी का इलाज करने के लिए किया जाता है। जब दवाएं मिर्गी को नियंत्रित करने में असमर्थ हो जाती हैं या फिर मस्तिष्क के टेम्पोरल लोब का कोई हिस्सा क्षतिग्रस्त या वहां पर ट्यूमर हो जाता है, तो एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी की जा सकती है।

मिर्गी एक ऐसा विकार है, जिसमें मस्तिष्क में असामान्य विद्युत गतिविधियां होने लगती हैं, जिससे दौरे पड़ते हैं। मिर्गी के दौरान व्यक्ति की चेतना, व्यवहार और शारीरिक गतिविधियों में एकदम से असाधारण बदलाव आता है। यदि मस्तिष्क के टेम्पोरल लोब में मिर्गी विकसित होती है, तो उसे टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी के नाम से जाना जाता है। टेम्पोरल लोब मस्तिष्क के दो हिस्से हैं जो सिर के दोनों तरफ कानों के पीछे स्थित होते हैं। टेम्पोरल लोब शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य करता है जैसे बोलने के लिए शब्दों का चुनाव करना, आंखों द्वारा देखी व सुनी जा रही चीजों को समझना, याद रखना और भूख व प्यास पर प्रतिक्रिया देना आदि।

टेम्पोरल लोब के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को देखते हुए इस हिस्से में विकसित होने वाली मिर्गी से जीवन गंभीर रूप से प्रभावित हो जाता है। टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी कई कारणों से हो सकती है जैसे मस्तिष्क में चोट लगना, मस्तिष्क में संक्रमण और ट्यूमर आदि। टेम्पोरल लोब एपिलेप्सी का इलाज शुरुआत में दवाओं व आहार में बदलाव करके किया जाता है। हालांकि, यदि दवाओं से मिर्गी को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है और न ही कोई अन्य इलाज प्रक्रिया काम कर पा रही है, तो एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी करने पर विचार किया जाता है।

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी में मस्तिष्क में मौजूद टेम्पोरल लोब के उस हिस्से को निकाल दिया जाता है, जिसमें मिर्गी शुरू हो रही है।

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एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी क्यों की जाती है?

यदि डॉक्टर यह पता लगा लेते हैं कि मिर्गी टेम्पोरल लोब में ही विकसित हो रही है और दवाओं व अन्य उपचार प्रक्रियाओं से इसे नियंत्रित नहीं किया जा रहा है, तो एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी की जा सकती है। यदि टेम्पोरल लोब से मिर्गी शुरू हो रही है, तो आपको 30 सेकंड से 2 मिनट तक लगातार निम्न लक्षण महसूस हो सकते हैं -

  • देखने, सुनने, स्वाद चखने, सूंघने और स्पर्श महसूस करने की भावना में बदलाव होना
  • पेट खराब होना या पेट संबंधी अन्य समस्याएं होने जैसा महसूस होना
  • बोलने में दिक्कत होना
  • अचानक से क्रोध, भय, उदासी या खुशी की भावना बढ़ जाना
  • कोई वस्तु सामान्य से छोटी या बड़ी लगना
  • पढ़ने में असमर्थ होना
  • सुनने व देखने के बाद भी समझ न पाना
  • उलझन महसूस होना
  • लगातार किसी वस्तु या व्यक्ति को घूरना
  • किसी शारीरिक क्रिया को बार-बार करना जैसे तेजी से पलकें झपकाना, होंठ चाटना, निगलना या हाथ की उंगलियों को हिलाना (और पढ़ें - निगलने में कठिनाई)

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी किसे नहीं करवानी चाहिए?

कुछ स्थितियां हैं, जिनमें डॉक्टर एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी को न करने पर विचार कर सकते हैं और यदि करना आवश्यक है तो विशेष ध्यान रखते हुए यह सर्जरी की जाती है -

  • हैबिचुअल सीजर (ऐसी मिर्गी, जिसका एक विशेष पैटर्न होता है)
  • केंद्रीय तंत्रिका तंत्र संबंधी रोग लगातार गंभीर होना
  • कोई अन्य मेडिकल या मानसिक समस्या होना, जिससे सर्जरी के बाद जटिलताएं विकसित होने का खतरा बढ़ जाता हो।

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एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी से पहले क्या तैयारी की जाती है?

आपको सर्जरी से पहले कई बार अस्पताल आने को कहा जा सकता है, जिस दौरान कुछ विशेष परीक्षण किए जाते हैं। सर्जरी से पहले की जांच करने और सर्जरी का निर्णय लेने में सर्जन को कुछ हफ्तों से महीनों और यहां तक कि साल का समय भी लग सकता है। कुछ विशेष परीक्षणात्मक टेस्ट हैं, जिन्हें तंत्रिका रोग विशेष सर्जन (न्यूरोसर्जन) एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी से पहले कर सकते हैं, जैसे -

मेडिकल टीम इन परीक्षणों से प्राप्त परीणामों से यह निर्धारित करेंगे कि आपके लिए एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी उचित है या नहीं। इसके बाद सर्जरी की प्रक्रिया, फायदे व जोखिम आदि के बारे में आपको जानकारी दी जाएगी। यदि आप सर्जरी करवाने पर सहमत हैं, तो आपको सहमति पत्र दिया जाता है, जिसपर हस्ताक्षर करके आप सर्जन को सर्जरी करने की अनुमति दे देते हैं। हालांकि, सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले उसे एक बार अच्छे से पढ़ लेना चाहिए।

आपको सर्जरी से पहले निम्न बातों का ध्यान रखने को कहा जाएगा -

  • यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई मुख्य रोग हो चुका है या वर्तमान में भी है, तो इस बारे में डॉक्टर को बता दें।
  • यदि आप गर्भवती हैं या गर्भधारण की योजना बना रही हैं, तो इस बारे में भी सर्जरी से पहले ही डॉक्टर को सूचित कर दें। (और पढ़ें - प्रेग्नेंट होने का तरीका)
  • यदि आप किसी भी प्रकार की दवा, हर्बल उत्पाद, विटामिन, मिनरल या अन्य कोई सप्लीमेंट लेते हैं, तो डॉक्टर को इस बारे में बता दें।
  • यदि आपको किसी दवा, भोजन या अन्य पदार्थ से एलर्जी है, तो भी सर्जरी से पहले ही इस बारे में बता दें। (और बढ़ें - खाने से एलर्जी का कारण)
  • डॉक्टर आपको सर्जरी से कुछ समय पहले रक्त को पतला करने वाली दवाएं न लेने की सलाह दे सकते हैं जैसे एस्पिरिन, वारफेरिन और आइबुप्रोफेन आदि।
  • यदि आप धूम्रपान या शराब का सेवन करते हैं, तो सर्जरी से कुछ दिन पहले इसे छोड़ने की सलाह दी जा सकती है। इससे सर्जरी के दौरान जटिलताएं होने का खतरा कम हो जाता है और सर्जरी के बाद घाव भी जल्दी भरते हैं। (और पढ़ें - धूम्रपान छोड़ने के उपाय)
  • आपको अस्पताल खाली पेट आने को कहा जाता है, जिसके लिए आपको ऑपरेशन वाले दिन से पहली रात को कुछ भी न खाने या पीने की सलाह दी जाती है।
  • ऑपरेशन वाले दिन आपको अस्पताल जाने से पहले नहाने की सलाह दी जाती है और यदि आपको कोई आभूषण या गैजेट पहना है या फिर मेकअप किया हुआ है, तो उसे उतार दें।
  • सर्जरी के लिए अस्पताल आते समय अपने साथ किसी करीबी रिश्तेदार या मित्र को ले आएं, ताकि वे सर्जरी से पहले के कार्यों में आपकी मदद कर सकें और सर्जरी के बाद आपको घर ले जा सकें।

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एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टमी सर्जरी कैसे की जाती है?

जब आप ऑपरेशन के लिए अस्पताल पहुंच जाते हैं, तो मेडिकल टीम आपको एक विशेष ड्रेस पहनने को देती है, जिसे “हॉस्पिटल गाउन” कहा जाता है। आपको कुछ विशेष दवाएं दी जा सकती हैं, जिन्हें थोड़े पानी के साथ लेने को कहा जाता है। एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी सर्जरी करने के लिए जनरल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे आप गहरी नींद में सो जाते हैं और आपको ऑपरेशन के दौरान कुछ भी महसूस नहीं होता है।

ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी को निम्न तरीके से किया जाता है -

  • सिर के जिस हिस्से में सर्जरी करनी है, वहां से बालों को शेव कर दिया जाता है और उस हिस्से को एंटीसेप्टिक से साफ किया जाता है।
  • इसके बाद सिर में एक प्रश्न चिह्न जैसा निशान लगाया जाता है और उसमें चीरा लगाया जाता है। इस चीरे को कान के एक हिस्से से दूसरे हिस्से जितना बड़ा किया जाता है। चीरे की त्वचा को हटा कर खोपड़ी की हड्डी में चीरा लगाया जाता है और थोड़ी सी हड्डी को निकाल लिया जाता है।
  • इसके बाद सर्जन टेम्पोरल लोब की नोक के साथ-साथ उसके आस-पास के अन्य हिस्सों को भी निकाल देते हैं, जिन्हें हिप्पोकैम्पस और हेमिडेला के नाम से जाना जाता है।
  • इस प्रोसीजर को माइक्रोस्कोप, नेविगेशन कंप्यूटर और एमआरआई मशीन की मदद से किया जाता है।
  • जब टेम्पोरल लोब के आवश्यक हिस्से को निकाल दिया जाता है, तो सर्जन वापस हड्डी को उसकी जगह पर लगा देते हैं और उसमें टाइटेनियम पेच व प्लेट लगा दी जाती हैं, ताकि हड्डी हिले नहीं।
  • इसके बाद चीरे को बंद करके टांके लगा दिए जाते हैं और फिर ऊपर से पट्टी कर दी जाती है।

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी सर्जरी प्रोसीजर को पूरा होने में तीन से छह घंटों का समय लग जाता है और फिर सर्जरी होने के बाद लगभग छह घंटे बीत जाने के बाद आपको रिकवरी रूम में शिफ्ट कर दिया जाता है। रिकवरी रूम में भर्ती होने के बाद निम्न जटिलताएं हो सकती हैं -

  • सर्जरी के बाद आपको एक दिन तक नींद व सुस्ती रह सकती है
  • आपको सर्जरी के बाद कुछ समय तक दर्दजी मिचलाना आदि समस्याएं हो सकती हैं, जिसके लिए डॉक्टर आपको दवाएं दे सकते हैं।
  • सिर पर बांधी पट्टी को छूने से मना किया जाता है क्योंकि इसकी जांच सिर्फ सर्जन ही करते हैं।
  • आपको सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक जबड़े में दर्द की शिकायत रह सकती है, इसके लिए भी डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाएं दे सकते हैं। साथ ही आपको हल्के व नरम खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, ताकि आपके जबड़े पर अधिक दबाव न पड़े। (और पढ़ें - जबड़े में दर्द का घरेलू उपचार)
  • आंखों के आसपास सूजन व नील भी पड़ सकता है, जो कि सामान्य है और कुछ दिन बाद धीरे-धीरे कम हो जाता है।

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आपको दो या तीन दिन रिकवरी रूम में रखने के बाद घर जाने के लिए छुट्टी दे दी जाती है। छुट्टी देने से पहले आपकी पट्टी को एक बार बदल दिया जाता है। दोबारा पट्टी को बदलने के लिए आपको कुछ दिन बाद फिर से अस्पताल बुलाया जा सकता है।

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एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी सर्जरी के बाद क्या देखभाल की जाती है?

सर्जरी के बाद आपको अपने स्वास्थ्य की विशेष रूप से देखभाल करने की आवश्यकता होती है। जब आपको अस्पताल से छुट्टी मिल रही होती है, तो डॉक्टर आपको निम्न बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं -

  • ऑपरेशन के बाद सर्जरी वाले हिस्से में कुछ समय तक नील पड़ जाता है व सूजन आ जाती है, जिस कारण से कुछ समय तक आपको मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं। इन्हें नियंत्रित करने के लिए आपको विशेष दवाएं दी जाती हैं। (और पढ़ें - बच्चों में दौरे आने के कारण)
  • यदि सर्जरी के बाद दौरे नहीं पड़ रहे हैं, तो भी आपको लगातार 12 महीनों तक दवाएं लेते रहने की सलाह दी जाती है।
  • सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक कमजोरी व थकान महसूस होना सामान्य है। आपको इस दौरान चिंताडिप्रेशन की समस्या भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको न्यूरो-साइकियाट्रिस्ट के पास भेजा जा सकता है।
  • जब तक डॉक्टर अनुमति न दें आपको सिर को गीला होने से बचाना होता है, डॉक्टर आपको एक विशेष शैम्पू दे सकते हैं, जिसकी मदद से आप अपना सिर धो सकते हैं।
  • जब तक सिर का घाव पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता है, तब तक आपको सिर में कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है जैसे डाई, कंडीशनर या तेल आदि।
  • जब तक डॉक्टर आपको सलाह न दें कोई भी अधिक मेहनत वाली शारीरिक गतिविधि न करें और न ही कोई भारी वस्तु उठाएं।
  • जब तक आप मिर्गी की दवाएं ले रहे हैं, तब तक डॉक्टर आपको गाड़ी चलाने या कोई अन्य मशीन ऑपरेट करने से सख्त मना करते हैं। डॉक्टर आपको दवाएं बंद होने के छह महीनों बाद ड्राइविंग आदि करने की अनुमति देते हैं।
  • जब आप मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करने लगते हैं, तो डॉक्टर आपको यौन गतिविधियां करने की अनुमति दे देते हैं।
  • आपको सर्जरी के बाद लगातार तीन महीनों तक बेडरेस्ट करने की सख्त सलाह देते हैं, ताकि आपको मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के लिए पर्याप्त समय मिल सके और इस दौरान कोई जटिलता विकसित न हो।

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी के लाभ

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी सर्जरी कराने के निम्न फायदे हो सकते हैं -

  • मिर्गी और उससे संबंधित अन्य जोखिमों से मुक्ति
  • दवाओं पर निर्भर करने की आवश्यकता नहीं
  • बार-बार मिर्गी आने का डर न होने से मानसिक प्रभाव कम होना
  • आत्मसम्मान व आत्मविश्वास बढ़ना
  • जीवन की गुणवत्ता बेहतर होना

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि आपको निम्न में से कोई भी समस्या महसूस हो रही है, तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए -

  • दर्द लगातार बढ़ना
  • घाव से द्रव रिसना
  • घाव से रक्तस्राव होना
  • तेज बुखार
  • डिप्रेशन व चिंता विकार लगातार बने रहना

(और पढ़ें - डिप्रेशन कम करने के उपाय)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

एंटीरियर टेम्पोरल लोबेक्टोमी से क्या जोखिम हो सकते हैं?

सर्जरी से निम्न जोखिम व जटिलताएं हो सकती हैं -

  • संक्रमण
  • मस्तिष्क में रक्तस्राव होना
  • संज्ञानात्मक समस्याएं
  • याददाश्त प्रभावित होना
  • दृष्टि संबंधी समस्याएं होना
  • सर्जरी के बाद भी मिर्गी नियंत्रित न होना

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