एनल फिशर की समस्या जब लंबे समय तक बनी रहती है तो इसके वैकल्पिक इलाज के तौर पर स्फिंक्टेरोटोमी या एनल स्फिंक्टेरोटोमी सर्जरी की जाती है। एनल फिशर एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा गुहा के अंदर की त्वचा फट या कट जाती है जिसके कारण इसके नीचे मौजूद मांसपेशियों के ऊतक दिखाई देने लगते हैं। इस स्थिति में बहुत दर्द होता है विशेषकर मल त्याग के दौरान।
जब एनल फिशर के लिए किए गए सभी इलाज असफल हो जाते हैं, तो यह सर्जरी करने की सलाह दी जाती है। हालांकि यदि आपको पहले से कोई ऐसी स्थिति या रोग है जिसके कारण आप मल नहीं रोक पाते हैं तो सर्जन स्फिंक्टेरोटोमी की सलाह नहीं देते हैं। सर्जरी के दौरान आपको सुलाने के लिए जनरल एनेस्थीसिया दिया जाएगा। सर्जरी में बाहर निकली मांसपेशी पर एक चीरा लगाया जाता है, जिससे मांसपेशी पर दबाव कम होता है और फिशर ठीक होने में मदद मिलती है।
सर्जरी के कुछ घंटों बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। हालांकि सर्जरी के कुछ दिन बाद तक मरीज का दर्द बना रह सकता है। तो वहीं बहुत से लोगों को कुछ दिनों में ही लक्षणों व दर्द से आराम मिल जाता है। स्फिंक्टेरोटोमी के एक से दो हफ्ते बाद आप काम पर जा सकते हैं।