एडिसियोलिसिस एक विशेष सर्जरी प्रोसीजर है, जिसका इस्तेमाल त्वचा से स्कार ऊतकों को निकालने के लिए किया जाता है। जब किसी कारण से त्वचा पर कोई घाव बनकर ठीक हो जाता है और उस जगह पर कोई स्थायी निशान बन जाता है, तो उसे स्कार ऊतक कहा जाता है। यह आमतौर पर रेडियोथेरेपी, सर्जरी, ट्रामा, संक्रमण व अन्य सूजन से संबंधित समस्याओं के कारण विकसित होते हैं। स्कार ऊतकों को एढीशन (Adhesion) भी कहा जाता है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकते हैं। हालांकि, अधिकतर मामलों में इन्हें जोड़ों, पेट, पेल्विस और आंखों के आसपास देखा जाता है।
अधिकतर मामलों में स्कार ऊतक से किसी प्रकार के लक्षण विकसित नहीं होते हैं। हालांकि, यदि स्कार टिश्यू से दर्द, कब्ज, दस्त, आंत्र रुकावट, बांझपन या प्रभावित जोड़ को हिला न पाना आदि में से कोई लक्षण होने लगा है, तो इन्हें निकालने के लिए एडिसियोलिसिस सर्जरी की जा सकती है।
सर्जरी से पहले डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे जिसमें आपके स्वास्थ्य संबंधी पिछली सभी जानाकारियों के बारे में पूछा जाता है। साथ ही साथ आपके कुछ टेस्ट किए जाते हैं, जिनकी मदद से यह पता लगाया जाता है कि आप इस सर्जरी के लिए पूरी तरह से फिट हैं या नहीं। एडिसियोलिसिस सर्जरी को आमतौर पर लेप्रोस्कोपी मेथड से किया जाता है, जिसमें लगभग एक से तीन घंटों का समय लगता है। सर्जरी के बाद आपको एक दिन के लिए अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है और फिर आपको घर जाने के लिए अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। डॉक्टर आपको कुछ बाद फिर से अस्पताल बुला सकते हैं, जिस दौरान यह पता लगाया जाता है कि सर्जरी के बाद आप सामान्य रूप से स्वस्थ हो रहे हैं या नहीं।
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