ओवरी में नॉर्मल गांठ होने से ज्यादा दिक्कत नहीं होती है। अगर ओवरी में गांठ 5 से.मी. से कम है तो इससे गर्भधारण करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इससे बड़ी गांठ होने पर प्रॉब्लम हो सकती है।
नॉर्मली, मासिक चक्र की अवधि 21 से 38 दिनों की होती है। अगर आपकी पत्नी के पीरियड्स 40 से 42 दिनों में आते हैं तो इसका मतलब है कि उन्हें हार्मोनल असंतुलन की समस्या है। आपको उनका अल्ट्रासाउंड पेल्विक, सीरम प्रोलैक्टिन और थायराइड टेस्ट करवा लेना चाहिए।
एक बार मोलर प्रेगनेंसी होने के बाद नॉर्मल प्रेगनेंसी हो सकती है। अगर पीरियड्स नियमित हैं तो इन दवाईयों का सेवन करती रहें और डॉक्टर से मिलकर अपना अल्ट्रासाउंड भी करवा लें।
आपकी पत्नी का यूट्रेस एब्नॉर्मल (असामान्य आकार का गर्भाशय) है। इस स्थिति में प्रेगनेंसी हो सकती है लेकिन मिसकैरेज या समय से पहले डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है। कई बार डॉक्टर यूट्रेस एब्नॉर्मल के लिए सर्जरी करवाने की सलाह भी देते हैं।
आपकी शादी को सिर्फ 9 महीने हुए हैं और आप प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं तो आप एक साल तक इंतजार करें और प्रेगनेंसी के लिए प्रयास करते रहें। इसके लिए किसी भी तरह का इलाज न करवाएं।
एक ट्यूब की मदद से भी महिलाएं प्रेग्नेंट हो सकती हैं। आप डॉक्टर की सलाह से ओवुलेशन और प्रजनन संबंधी समस्या को ठीक करने लिए दवाई लें। इन दवाइयों को नियमित रूप से ले ताकि अंडे की गुणवत्ता अच्छी बने रहें।
मेडिकली ब्रेस्ट साइज को कम करने के लिए किसी भी तरह के घरेलू उपायों और प्राकृतिक तरीको की पुष्टि आज तक नहीं की गई है जिससे केवल ब्रेस्ट (या शरीर के किसी एक अंग के हिस्से) के फैट को कम किया जा सकता हो। ब्रेस्ट का साइज कम करने के लिए आपको अपने पूरे शरीर का फैट कम करना होगा इसके लिए आप रोजाना 30 मिनट तक तेज गति से पैदल चलें, रस्सी कूदें, योगा, स्वीमिंग और पुशअप जैसी एक्सरसाइज करें।
ब्रेस्ट के साइज को बढ़ने से रोकने के लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव करने की जरूरत है। अपनी डाइट में मैदा से बनी चीजें जैसे चावल, ब्रेड, पास्ता आदि को खाने से बचें और इसी के साथ बाहर के खाने और मीठे पदार्थों के सेवन से भी दूर रहें। ब्रेस्ट के फैट को सर्जरी से भी कम किया जा सकता है।
अगर अभी तक आपकी शादी को 9 महीने ही हुए हैं और पीरियड्स भी नियमित हैं तो आप 3 महीने तक इंतजार करें और इस बीच इसके लिए किसी भी तरह का इलाज न करवाएं। बायोप्रेग -एफ टैबलेट की एक गोली नाश्ते के बाद 3 महीने के लिए लें। प्रेगनेंसी के लिए ओवुलेशन के दिनों में प्रयास करें।
आप दोनों ने अपने सारे टेस्ट करवाए हैं जिनकी रिपोर्ट नॉर्मल है तो आप कुछ टेस्ट और करवा लें जिन्हें हम आपको बता रहे हैं और इनकी रिपोर्ट हमे दिखाएं। इन टेस्ट में आप अपने पति के शुक्राणुओं की जांच, पेल्विस अल्ट्रासाउंड, ब्लड टेस्ट - टीएसएच और सीरम प्रोलैक्टिन और अपने ट्यूब की जांच (एचएसजी) करवाएं।
शादी के बाद 1 साल तक बेबी के लिए कोशिश करते रहें। अगर एक साल तक बेबी नहीं होता है तो आप डॉक्टर से मिलें। तब तक फोल्विते टैबलेट की 1 गोली सुबह नाश्ते के बाद लें।
अगर आप शादीशुदा हैं तो शादी के बाद एक साल तक प्रेगनेंसी के लिए प्रयास करती रहें। अगर प्रेगनेंसी के लिए एक साल तक कोशिश करने के बाद भी प्रेगनेंसी नहीं होती है तो इसे फर्टिलिटी प्रॉब्लम समझा जाता है।
महिलाओं की 22 से 30 साल की उम्र को प्रेगनेंसी के लिए सही माना जाता है।