आपका 5 बार मिसकैरेज हो चुका है, इसलिए दोबारा प्रेग्नेंट होने से पहले यह जानना होगा कि आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। इसके लिए आपको डॉक्टर से अपना पूरा चेकअप करवाना होगा। प्रेग्नेंट होने से पहले आप अपना ब्लड शुगर रैंडम, टोर्च टेस्ट, एलजीजी और आईजीएम और थायराइड फंक्शन टेस्ट जरूर करवाएं और जब आपको अपनी प्रेग्नेंसी का पता चले तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। डॉक्टर आपको कुछ इंजेक्शन लगाएंगे जिनसे आपके मिसकैरेज को रोका जा सकता है।
जब गर्भाशय ग्रीवा बहुत कमजोर होता है, तो डॉक्टर गर्भ को बचाने के लिए प्रेगनेंसी में टांके लगाते हैं। इस दौरान आपको पूरे दिन आराम करना चाहिए क्योंकि इस समय आपके मिसकैरेज होने की संभावना बहुत अधिक होती है। आप अपना पूरा ध्यान रखें और डॉक्टर से सलाह लेते रहें।
अगर आपकी सारी रिपोर्ट नॉर्मल हैं तो आप फोल्विते टैबलेट लेना जारी रखें और अपनी प्रेग्नेंसी के लिए कोशिश करते रहें।
प्रेग्नेंट होने से पहले आप अपना ब्लड शुगर रैंडम, टोर्च टेस्ट, एलजीजी और आईजीएम और थायराइड फंक्शन टेस्ट करवा लीजिए और जब आपको अपनी प्रेग्नेंसी का पता चले तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। मिसकैरेज को रोकने के लिए डॉक्टर आपको कुछ इंजेक्शन लगाएंगे जिससे आपकी प्रेगनेंसी को बचाया जा सकता है। जब आप प्रेग्नेंसी के लिए प्लानिंग करेंगी तो उससे 3 महीने पहले से ही फोल्विते टैबलेट की एक गोली सुबह नाश्ते के बाद लेना शुरू कर दें।
आपका 5 बार मिसकैरेज हो चुका है इसलिए डॉक्टर ने कार्योटाइपिंग टेस्ट की सलाह दी है। आप यह टेस्ट करवा लें।
आपके गर्भाशय में हाईडेटीडीफॉर्म तिल बन गए हैं। यह भ्रूण और गर्भाशय की परत के बीच में होता है जो कि ए.वी- मलफोर्मेशन की वजह से होता है इसलिए आपको 1 साल तक गर्भधारण नहीं करना है।
मिसकैरेज होना नॉर्मल बात नहीं है। मिसकैरेज किसी स्वास्थ्य समस्या या हार्मोनल असंतुलन की वजह से भी हो सकता है। मिसकैरेज की समस्या के लिए जिम्मेदार मूल कारणों को ठीक करके प्रेगनेंसी को बचाया जा सकता है। आपका मिसकैरेज किस वजह से हुआ है, इसे जानने के लिए आप अपना ब्लड टेस्ट, स्कैन आदि करवा सकती हैं। आपको अपनी डाइट और जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है। अपना ख्याल रखें और डिटॉक्सिफिकेशन (शरीर को अंदर से साफ रखने) पर ध्यान दें। इस तरह आप मिसकैरेज से बच सकती हैं और आपका बेबी भी स्वस्थ रहेगा।
मिसकैरेज से बचने के लिए प्रेगनेंसी प्लानिंग के 3 महीने पहले से ही डॉक्टर से सलाह लेना शुरु कर दें और जरूरी ब्लड टेस्ट करवा लें। प्रेगनेंसी के 3 महीने पहले से आप फोलिक एसिड टैबलेट की 1 गोली सुबह नाश्ते के बाद लें। अच्छी डाइट लें जिसमे हरी सब्जियां और फल खाएं, रोजाना एक्सरसाइज करें।
मिसकैरेज के लिए हार्मोनल असंतुलन मुख्य रूप से जिम्मेदार है। हार्मोनल असंतुलन थायराइड हार्मोन या प्रोलैक्टिन हार्मोन में गड़बड़ी आने से हो सकता है। इसी के साथ शुगर लेवल बढ़ने, गर्भाशय में सूजन और टॉर्च संक्रमण के कारण भी मिसकैरेज हो सकता है।
मिसकैरेज होने के बाद आपको प्रेगनेंसी के लिए 1½ महीने तक कोशिश नहीं करनी चाहिए। इस दौरान आप अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान रखें और अच्छी डाइट लें।
मिसकैरेज के बाद अपनी डाइट में किसी तरह के विशेष पदार्थ को शामिल या निकालने की सलाह नहीं दी जाती है। बस आप संतुलित आहार लें जिसमें हरी सब्जियां और फल शामिल हों और पानी ज्यादा पिएं।
यदि प्रेगनेंसी के दौरान आपको पेट में दर्द या हल्की व अधिक ब्लीडिंग होती है तो तुरंत डॉक्टर से बात करें। अगर आपका मिसकैरेज हो गया है तो डॉक्टर आपका डी.एन.सी. (मिसकैरेज के बाद पेट की सफाई) करेंगे।
अगर आपको मिसकैरेज का खतरा है तो सबसे पहले दवाई लें। ये प्रेगनेंसी का शुरूआती चरण है और आपको अब से लेकर 10वे हफ्ते तक दवा लेनी है। अगर आपको ब्लीडिंग ज्यादा या लम्बे समय तक होती है तो अपना अल्ट्रासाउंड करवा लें जिससे आपको पता चल जाएगा कि आपका मिसकैरेज पूरी तरह से हो गया है या गर्भ में अभी भी शिशु के कुछ अंश बचे हुए है। अगर रिपोर्ट में अंश दिखाए देते है तो आप डी&सी (मिसकैरेज की सफाई) करवा लें। आप गायनेकोलॉजिस्ट से बात करने के बाद ही उनकी सलाह से डी&सी करवाएं।
2 बार मिसकैरेज होना सामान्य बात नहीं है। आपको गायनेकोलॉजिस्ट से मिलना चाहिए। वह आपकी जांच करके सही सलाह देंगे। आपका लगातार 2 बार मिसकैरेज हो चुका है इसलिए आपको अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है।