अगर आपकी दोस्त दवाइयों के जरिये अपना गर्भपात करवाना चाहती है तो उन्हें किसी गायनेकोलॉजिस्ट से मिलना चाहिए। डॉक्टर की सलाह से दवाईयां लें। दवा देने के कुछ दिन बाद, डॉक्टर अल्ट्रासाउंड और जांच करके देखेंगी कि गर्भपात ठीक से हुआ है या नहीं।
जी हां, दवाईयों के जरिये भी गर्भपात किया जा सकता है। इसके लिए आपको गायनेकोलॉजिस्ट से मिलना होगा। वह आपकी जांच करेंगी और उसकी रिपोर्ट के आधार पर आपको सही दवा के लिए सलाह देंगी।
प्रेगनेंसी के 69 दिनों तक गर्भनिरोधक गोली प्रभावशाली होती है जिससे पूरी तरह से गर्भपात होने की संभावना होती है। गर्भपात के बाद भी कई बार गर्भ में कुछ अंश रह जाते हैं जिससे समस्या पैदा होने लगती है। इसलिए दवाई लेने से पहले अल्ट्रासोनोग्राफी करवा लेनी चाहिए ताकि आपको भ्रूण के सही साइज का पता चल सके।
अगर आप गर्भपात करवाना चाहती हैं, तो किसी भी महिला डॉक्टर या सरकारी अस्पताल में जाकर अपना गर्भपात (एबॉर्शन) करवा सकती हैं। इसके अलावा किसी और तरह से गर्भपात (एबॉर्शन) न करवाएं, वरना आपको खतरा हो सकता है।
कई बार गर्भनिरोधक गोली ‘मिफेप्रिस्टोन’ लेने के बाद ब्लीडिंग शुरू हो सकती है लेकिन हमारी सलाह यह है कि आप अपने गर्भपात की पुष्टि के लिए एबॉर्शन का पूरा कोर्स करें। कोर्स पूरा होने के 7 दिन बाद आप अपना अल्ट्रासाउंड करवा लें जिसकी रिपोर्ट में पता चल जाएगा कि गर्भपात पूरी तरह से हुआ है या नहीं।
जी नहीं, एक महीने के बाद दोबारा गर्भनिरोधक गोली लेने से किसी तरह के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। लेकिन आपको सावधान रहना चाहिए, यह भविष्य में आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
हां, थोड़ा बहुत दर्द होना लाजमी है, लेकिन आप चिंता न करें, डॉक्टर एबॉर्शन के दर्द के लिए आपको दवा देते हैं।
जी हां, आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
नहीं, गर्भपात के लिए कोई नैचुरल तरीका नहीं है। अपने गर्भ की स्थिति और हफ्ते जानने के लिए अल्ट्रासोनोग्राफी करवा लें और गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर सलाह लें।
अगर आपकी प्रेगनेंसी की पहली तिमाही है तो गर्भपात दवाइयों के जरिए किया जा सकता है। गर्भपात कराने के लिए आप गायनेकोलॉजिस्ट से मिलें, वह आपको सही सलाह देंगे।