शरीर में ऊर्जा की कमी और कमजोरी की वजह से सुस्ती होती है। मनुष्यों की तरह यह कुत्तों में भी हो सकती है। हालांकि, सुस्ती किसी तरह की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
सुस्ती को तीन भागों में बांटा जा सकता है :
- हल्का : इसमें कुत्ता पहले की तरह फुर्तीला या चंचल नहीं होता है, लेकिन वह दिनभर के सारे काम करता है।
- मध्यम : इस अवस्था में कुत्ता खेलने में रुचि नहीं दिखाता और सामान्य से ज्यादा देर तक सोता या आराम कर सकता है।
- अत्यधिक : इस अवस्था में कुत्ता चलने-फिरने में आलस करता है। यहां तक कि वह अपने सिर को उठाकर बैठना भी पसंद नहीं करता है।