धरती पर लगभग 10 क्विंटिलियन (एक लाख करोड़) अलग-अलग तरह के कीट मौजूद हैं और इन कीड़ों द्वारा कुत्ते को काटना स्वाभाविक और आम बात है। हालांकि, कई कुत्तों में अधिक बाल होते हैं जो इस समस्या से बचे रहते हैं, लेकिन उनके कान और नाक जैसी जगहों पर कम बाल होने के कारण कीड़ों के काटने का खतरा अधिक रहता है।

काटने वाले कीड़ों की लार में प्रोटीन होता है, जिनके प्रति कुत्ते संवेदनशील होते हैं। तेज नाक वाले कुत्तों में आसपास की चीजों को सूंघने की क्षमता ज्यादा होती है और जानकर हैरानी होगी कि ऐसे कुत्तों में मधुमक्खी के डंक मारने और चींटी के काटने का खतरा अधिक होता है।

हालांकि, अधिकतर यह जरूरी नहीं है कि सभी प्रकार के डंक हानिकारक होते हैं। इनमें से कुछ खुद ही ठीक हो सकते हैं, लेकिन कुछ मामलों में, डंक की वजह से एनाफिलेक्टिक शॉक (एलर्जी की प्रतिक्रिया जिसमें जान भी जा सकती है) जैसी जानलेवा स्थिति हो सकती है।

  1. कुत्तों को काटने वाले कीड़ों के प्रकार - Types of insect bite in dogs in Hindi
  2. कुत्तों में कीट के काटने के लक्षण - Symptoms of an insect bite in dogs in Hindi
  3. कुत्तों में कीड़े के काटने को कैसे रोकें - How to prevent insect bites in dogs in Hindi
  4. कुत्तों में कीड़े के काटने का इलाज - Treatment of an insect bite in dogs in Hindi

कुत्तों को सामान्य रूप से निम्न कीड़े अधिक काटते या डंक मारते हैं : 

पिस्सू : पिस्सू काले रंग के चलते हुए धब्बों की तरह दिखाई देते हैं। उन्हें आमतौर पर एक संक्रमित कुत्ते के सिर, गर्दन और कमर पर देखा जा सकता है। पिस्सू की लार कुत्तों में एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकती है, जिसे चिकित्सीय रूप से पिस्सू एलर्जी डर्मेटाइटिस नाम से जाना जाता है। कभी-कभी ये पिस्सू टैपवर्म कीड़ों के अंडे को आसानी से कुत्तों में संचारित कर सकते हैं।

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मच्छर : मच्छर रोग वाहक होते हैं। इंसानों की तरह कुत्तों में भी मच्छर के काटने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इनके काटने से कुत्तों में गंभीर संक्रमण हो सकता है, जिनमें वेस्ट नाइल वायरस, ईस्टर्न इक्वाइन इंसेफेलाइटिस, सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस और हृदय रोग शामिल हैं।

(और पढ़ें - मच्छर मारने भगाने के घरेलू उपाय)

वेस्पिड : वेस्पिड्स यानी पीले ततैया की तरह उड़ने वाला एक कीट, हॉर्नेट कीट और येलो जैकेट ततैया जैसे कीट कुत्ते को कई बार डंक मार सकते हैं। हालांकि, इनका डंक न ही तो कुत्तों में फंसा रहता है और न ही तेज होता है।

फॉर्मिकिड : लाल चींटियों के डंक में फॉर्मिक एसिड होता है। इनके प्रत्येक डंक के बाद कुत्तों में  यह एसिड संचारित हो जाता है, जिससे गंभीर जलन हो सकती है।

मधुमक्खियां : मधुमक्खी तेज डंक मारने में सक्षम होती है। इनके हमला करने के बाद डंक कुत्ते के शरीर में रह जाता है, जिसकी वजह से धीरे-धीरे विषाक्त बनने लगता है। एपिड्स केवल एक बार डंक मार सकता है, क्योंकि डंक मारने के बाद वे जल्दी मर जाते हैं।

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एक कुत्ते में कीड़े के काटने के बाद हल्के लक्षण दिखाई दे सकते हैं जो निम्नलिखित हैं :

  • लंगड़ापन
  • डंक लगने के बाद प्रभावित हिस्से को खरोंचना
  • डंक वाले हिस्से को चाटना
  • डंक वाली जगह पर हल्की सूजन दिखाई देना

कुछ मुख्य लक्षण भी हैं जो कीट के काटने के बाद कुत्तों में दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण आमतौर पर शरीर में जहर फैलने के 20 से 30 मिनट बाद दिखाई देते हैं। अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण देखते हैं, तो जल्द से जल्द पशु चिकित्सक से संपर्क करें।

  • सिर या गर्दन के आसपास अत्यधिक सूजन होने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है क्योंकि इसकी वजह से वायुमार्ग में सिकुड़न पैदा हो सकती है। इसके अलावा यदि शरीर के किसी अन्य हिस्से में जहरीले कीट ने काटा है तो भी गर्दन में सूजन दिखाई दे सकती है।
  • अगर सूजन की वजह से कुत्तों का वायुमार्ग संकुचित होता है, तो कुत्ते में सांस लेने में तकलीफ हो सकती है और वह हांफने लग सकता है।
  • गर्दन में अत्यधिक सूजन की वजह से कुत्ते अत्यधिक लार निकालना शुरू कर देते हैं। गले में कसावट या संकुचन के कारण वह लार को निगल नहीं पाते, जिस वजह से उनकी लार गिरने लगती है।
  • शरीर पर लालिमा को चिकित्सीय रूप से पित्ती के नाम से जाना जाता है। यह शरीर के उन हिस्सों पर ज्यादा होते हैं जहां बहुत कम बाल होते हैं। पित्ती की स्थिति में खुजली होती है, जिसकी वजह से कुत्ता अपने शरीर को खुजाने के लिए जमीन पर रोल करता है।
  • पूरे शरीर पर खुजली या सांस लेने में कठिनाई होने पर कुत्ता बहुत चिंतित और उत्तेजित दिखाई दे सकता है।
  • कुत्तों में उल्टी के साथ हल्के दस्त जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं।
  • कुछ मामलों में, कुत्ते को चक्कर भी आ सकता है, क्योंकि उसका शरीर डंक के जहर के प्रति प्रतिक्रिया करता है।
  • अगर कुत्ता बिन बात के गुर्राना शुरू कर देता है, तो जल्द से जल्द पशु चिकित्सक को फोन करना चाहिए। यह शरीर की एनाफिलेक्सिस रिएक्शन (किसी चीज से जीवन घातक एलर्जिक रिएक्शन) का संकेत हो सकता है।

(और पढ़ें - कुत्तों के कीड़े मारना)

हमेशा अपने कुत्ते पर नजर रखना मुमकिन नहीं है, लेकिन निम्नलिखित कुछ उपाय हैं जो कुत्ते में कीड़े के काटने की समस्या को रोक सकते हैं :

  • कुत्ते को घास पर चलने से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन उन्हें सुगंधित फूलों, परागों को सूंघने और मैदान में जहां पर फल गिरे होते हैं, वहां जाने से रोका जा सकता है।  इन जगहों पर मधुमक्खी, ततैया और लाल चींटियां हो सकती हैं।
  • बाजार में कई ऐसे स्प्रे और कीड़ों को दूर भगाने वाले पदार्थ उपलब्ध हैं, जिन्हें त्वचा व कपड़ों पर अप्लाई किया जा सकता है। ध्यान रहे, किसी भी ऐसे उत्पाद का उपयोग करने से पहले पशु चिकित्सक से सलाह ले लें, क्योंकि कुत्ते को इन स्प्रे में मौजूद किसी भी तत्व से एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा ऐसे किसी भी पदार्थ का उपयोग अपने कुत्ते पर न करें, जिसका उपयोग सिर्फ मनुष्यों के लिए निर्धारित हो।
  • कुत्तों में पिस्सू को रोकने के लिए चबाने वाली गोलियां और फ्ली कॉलर की मदद ली जा सकती है।

अगर कुत्तों में कीड़े के काटने के बाद हल्के लक्षण दिखाई देते हैं, तो ऐसे में घर पर ही इनका ख्याल रखा जा सकता है। लेकिन अगर यह लक्षण गंभीर हैं, तो पशु चिकित्सक से जल्द से जल्द संपर्क करें। कुत्तों में कीट के काटने को प्रबंधित करने के लिए आप ये उपाय कर सकते हैं :

  • अचानक चेहरे पर पंजे मारना, पैर चबाने की कोशिश करना या किसी अंग पर सूजन दिखाई देना कीट के काटने का संकेत हो सकता है। याद रखें कि किसी भी समस्या का शुरुआत में पता लगाना एक बेहतर प्रबंधन है।
  • अगर संभव हो तो कीट की पहचान करने की कोशिश करें। इससे पशु चिकित्सक को कुत्ते के इलाज में मदद मिलती है।
  • अगर आपके कुत्ते को मधुमक्खी ने डंक मारा है, तो प्रभावित जगह को ढूंढें क्योंकि टूटा हुआ डंक कुत्ते की त्वचा में मिल सकता है। इसे तुरंत निकाल देना चाहिए क्योंकि इससे टॉक्सिन जमा होने का खतरा हो सकता है। डंक को सावधानी से हटाएं क्योंकि इस दौरान यह और अंदर घुस सकता है।
  • कीड़े के काटने पर दर्द को कम करने के लिए आप बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं। 
  • कुत्ते में किसी हिस्से पर सूजन दिखाई देने पर वहां 10 मिनट के लिए आइस पैक लगाएं क्योंकि यह सूजन को कम करता है।
  • कुत्ते प्रभावित हिस्से को बार-बार खरोंचने और काटने की कोशिश करते हैं, जिससे प्रभावित हिस्सा जल्दी ठीक नहीं होने पाता है। ऐसे में कुत्ते के लिए एलिजाबेथन कॉलर का इस्तेमाल करें, ताकि वह प्रभावित हिस्से को काटने, खरोंचने और चाटने से बच सके।
  • अपने कुत्ते को पीने के लिए बहुत सारा पानी दें, ताकि वह हाइड्रेटेड रहे। यदि कुत्ते के मुंह पर किसी कीड़े ने डंक मारा है, तो उन्हें खाने के लिए मुलायम भोजन दें, क्योंकि सूखे भोजन को निगलने में उन्हें मुश्किल हो सकती है।
  • आप कुत्ते में खुजली कम करने और सूजन को रोकने के लिए डॉक्टर से एंटी-एलर्जी दवाएं (जैसे कि डिफेनहाइड्रामाइन) पूछकर अपने कुत्ते को दे सकते हैं।

कुत्तों में चींटी के काटने पर इलाज - Ant bite treatment for dogs in Hindi

कुछ चींटियां काटने के साथ कुत्ते के शरीर में एसिड छोड़ती हैं, जिसकी वजह से जलन हो सकती है। ऐसे में कुत्ता लगातार प्रभावित हिस्से को खरोंच या चाट सकता है। कुत्तों में हल्के लक्षण जैसे सूजन और खुजली को कम करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं :

  • खुजली को कम करने के लिए आप सेब के सिरके और पानी को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें, अब एक रुई की मदद से इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
  • कुत्तों को कीटों के काटने से बचाने के लिए उसके बिस्तर, घर या जहां भी वह सोता है उस जगह की अच्छे से जांचें और साफ-सफाई बनाए रखें। कुत्ते अक्सर अपनी पसंदीदा चीज को जगह-जगह पर छिपा देते हैं जैसे कि बिस्तर के पीछे, सोफे के नीचे या किसी कोने में। इसलिए इन जगहों पर भी अच्छे से निगरानी रखें।
  • चींटी के काटने के बाद पूरी तरह से ठीक होने में 12 घंटे से दो सप्ताह का समय लग सकता है।

कुत्तों में ततैया के डंक का इलाज - Wasp sting treatment for dogs in Hindi

कुत्ते अक्सर पार्क और मैदानों में ततैया और अन्य मधुमक्खियों के पीछे भागते हैं। ऐसे में कई बार मधुमक्खियां उन्हें काट लेती हैं। इनका डंक बहुत दर्दनाक हो सकता है। अगर कुत्ते को ततैया या मधुमक्खी काट लेती है तो निम्न उपायों से उनकी मदद की जा सकती है :

  • कुत्ते या पालतू जानवर के व्यवहार पर समय-समय पर ध्यान देते रहना चाहिए, ताकि कोई बीमारी बन रही हो तो जल्द ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके। यदि कुत्ता अपने किसी हिस्से को बार-बार चाटने की कोशिश कर रहा है तो हो सकता है कि वहा उसे डंक लगा हो।
  • यदि डंक या डंक का निशान नहीं मिलता है, तो उसकी त्वचा पर हल्की सूजन या लालिमा देखने की कोशिश करें और प्रभावित हिस्से पर पानी व बेकिंग सोडा को मिक्स करके पेस्ट लगाएं। दर्द और खुजली को कम करने के लिए आइस पैक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • यदि डंक या डंक का निशान दिखाई देता है तो इसे निकालने के लिए एक पतली चिमटी का इस्तेमाल करें। डंक को कुत्ते की त्वचा पर चिमटी से रगड़ कर नहीं निकालना चाहिए क्योंकि इससे टॉक्सिन कुत्ते के शरीर में जा सकते हैं। इसलिए डंक को चिमटी से पकड़ कर सीधे अपनी तरफ खींचे। आप जितनी जल्दी कुत्ते के शरीर से डंक को निकालते हैं, यह उनके लिए उतना ही बेहतर होता है।
  • अगर कुत्ते के मुंह या गर्दन के आसपास गंभीर सूजन दिखाई देती है, तो तुरंत उसे पशुचिकित्सक के पास ले जाएं।
  • यदि कुत्ते ने ततैया को खा लिया है जिसके बाद से उसके मुंह के पास सूजन बनी हुई है, तो उसे पशुचिकित्सक के पास ले जाएं।
  • कुत्तों में दर्द से राहत के लिए डॉक्टर एंटीहिस्टामिन और बेनाड्रिल के लिए सलाह दे सकते हैं। डॉक्टर की सलाह लिए बगैर अपने कुत्ते को कोई दवा न दें। याद रखें कि कुत्तों की दवाएं और खुराक मानव दवाओं और खुराक से अलग होती है। (और पढ़ें - कुत्ते का स्वास्थ्य और देखभाल)
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