कुत्ते के मुंह से लार गिरने की स्थिति को आमतौर पर कोई रोग या समस्या नहीं समझा जाता है। वास्तव में जब कुत्ता अपने मालिक के व्यवहार या फिर भोजन के लिए लार टपकाता है, तो यह उसके पूरी तरह से स्वस्थ होने का संकेत होता है। लार टपकने को ड्रूलिंग कहते हैं, जो मुंह में सामान्य से अधिक लार बनने पर होता है। जब यह लार जीभ पर जमा होने लगती है, तो अधिक होकर टपकने लग जाती है।

कई बार लार मुंह के अंदर भी जमा होती रहती है और बाहर नहीं निकलती, लेकिन जब गर्मी में कुत्ते जीभ को बाहर निकालते हैं तो उनके मुंह से लार टपकने लग जाती है।

लार का महत्व

लार मुंह और दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। इसमें 98 फीसदी पानी होता है, लेकिन साथ ही कुछ महत्वपूर्ण केमिकल भी होते हैं, जो रोग फैलाने वाले रोगाणुओं पर अटैक करते हैं। इस वजह से यह प्लाक इकट्ठा होने, मसूड़े में सूजन व मुंह से बदबू आना जैसी समस्या को बनने नहीं देता है। लार में कैल्शियम और फॉस्फोरस भी होता है, जो कि दांत में अवशोषित हो जाता है। मुंह में लार होना कई बार फायदेमंद भी होता है, क्योंकि इसकी वजह से मुंह में भोजन के चिपके रहने और संक्रमण पैदा होने का जोखिम कम हो जाता है।

  1. कुत्तों में लार टपकने के लक्षण - Kutton me laar tapkane ke lakshan
  2. कुत्तों में लार टपकने का कारण - Kutton me laar tapkane ka karan
  3. कुत्ते के मुंह से लार आने का परीक्षण - Kutton me laar tapkane ka parikshan
  4. कुत्ते के मुंह से लार टपकने का इलाज - Kutton me laar tapkane ka ilaj

सामान्य से ज्यादा लार टपकने के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, क्योंकि यह स्थिति शरीर के अंदर किसी बीमारी से जुड़ी हो सकती है। उदाहरण के तौर पर जठरांत्र संबंधी समस्याओं में दस्त लगना व खाने की इच्छा न होना आदि लक्षण देखे जाते हैं। वेस्टिबुलर समस्याओं में व्यवहार, व्यवहारिक बदलाव और अवसाद जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यहां कुछ लक्षण बताए जा रहे हैं, जिनके दिखाई पड़ने पर आपको अपने पालतू जानवर को पशु चिकित्सक को दिखाने की जरूरत है -

  • जठरांत्र संबंधी समस्याओं में खाना खाने का मन न करना व दस्त जैसी समस्या देखी जा सकती है।
  • न्यूरोलॉजिकल समस्या होने पर कुत्ते को निगलने में कठिनाई हो सकती है। इसके अलावा उसे ठोस भोजन करने का मन नहीं करेगा।
  • मुंह या गले पर पंजे का निशान इस बात का संकेत हो सकता है कि उसके मुंह में कोई चीज फंसी हुई है और वह इससे परेशान है।
  • यदि कुत्ता उल्टी कर रहा है, तो यह भी लार से संबंधित हो सकता है।
  • कुछ कुत्तों में जलन, चिड़चिड़ापन जैसे व्यवहार देखे जा सकते हैं।
  • लार ग्रंथि व उसके आसपास के हिस्सों में सूजन आ जाना।
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आपने लगभग सभी कुत्तों को लार टपकाते हुए देखा होगा। वे ऐसा आपको खाते हुए देखने के बाद करते हैं या खेलते समय, लेकिन इसके अलावा भी कई कारण हैं जिनकी वजह से कुत्ता लार टपकाने लगता है :

  • उत्तेजित हो जाना
    भोजन मिलने की संभावना से लार ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं, जिस कारण लार टपकना शुरू हो जाती है। हालांकि, इससे कोई नुकसान नहीं होता है, बल्कि लार की वजह से पाचन सही से होता है। कई बार भय या चिंता की वजह से भी लार ग्रंथियां उत्तेजित हो जाती हैं और लार बनने लगती है।
     
  • बाहरी चीजें
    कई बार लकड़ी का एक सूक्ष्म टुकड़ा मुंह के अंदर ऊपरी हिस्से में चिपक जाने से भी ऐसा हो सकता है।
     
  • शरीरिक समस्या
    कुछ बड़ी नस्ल के कुत्तों को अपने मुंह की बनावट की वजह से ड्रूलिंग की समस्या हो सकती है। ऐसे कुत्तों के होंठ लटके हुए होते हैं और उनके मुंह के आसपास की त्वचा में फोल्ड होते हैं, जो मुंह में लार को अवशोषित करते हैं और मुंह को गीला रखते हैं।
     
  • मुंह से जुड़ी समस्याएं
    जिंजवाइटिस (मसूड़े की सूजन), स्टोमाटाइटिस (मुंह की सूजन) और कई तरह की पीरियोडेंटल समस्याओं (गंभीर रूप से मसूड़ों और जबड़े की हड्डी को नुकसान होना) के कारण भी लार आ सकती है। ऐसे में संक्रमण से लड़ने के लिए लार का उत्पादन अधिक मात्रा में होने लगता है।
     
  • उम्र बढ़ना
    जब कुत्तों की उम्र बढ़ने लगती है, तो उनमें इंसानों की तरह लिवर और किडनी की बीमारियां होती हैं, जो कि लार टपकने के सबसे बड़े कारणों में से एक है। ऐसे में पशु चिकित्सक जल्द से जल्द बीमारी की जांच करवाने और उपचार करने की सलाह देते हैं।
     
  • पौधों से एलर्जी
    कुछ साधारण पौधे जैसे ट्यूलिप और एजेलिया आदि के आसपास रहने से भी कुत्ते को लार टपकने की समस्या हो सकती है, साथ ही वह बीमार भी पड़ सकता है।
     
  • संक्रमण 
    नाक, गले या साइनस का संक्रमण भी लार टपकने एक कारण है। ऐसे में यह संक्रमण अन्य पालतू जानवरों को भी फैल सकता है।
     
  • तनाव
    कई बार तनाव की वजह से यह समस्या हो सकती है। केवल पशु चिकित्सक ही इस संक्रमण का इलाज कर सकते हैं। हालांकि, आप अपने कुत्ते का ख्याल रखने के लिए उचित उपाय अपना सकते हैं, जैसे उसे घर के अंदर रखना, अन्य पालतू जानवरों से दूर रखना और जानवरों को छूने के बाद हाथ धोना।

कुत्ते के मुंह से लार आने का कारण जानने के लिए पशु चिकित्सक शारीरिक परीक्षण कर सकते हैं। इस दौरान मुंह की जांच पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।

इसके अलावा ओरल कैविटी (दांत खराब होना) का भी सर्वे (परीक्षण) किया जाता है, इसी के आधार पर बीमारी का निदान और उपचार योजना को तैयार किया जाता है। इन टेस्ट के दौरान अगर कारण का पता नहीं चलता है तो आपके पशुचिकित्सक ब्लड टेस्ट, रेडियोग्राफ या अन्य क्लिनिकल टेस्ट करने का सुझाव दे सकते हैं।

  • अगर किसी कुत्ते में चोकिंग (दम घुटने) की वजह से लार टपकने की समस्या है, तो शारीरिक रूप से स्थिति को ठीक किया जा सकता है। अगर यह जानलेवा स्थिति है तो पशु चिकित्सक पेट को पंप करके या सर्जरी के जरिए इलाज कर सकते हैं।
  • जब तक कि आप पशु चिकित्सक के पास नहीं पहुंच पाते हैं तब तक अपने कुत्ते के मुंह को एंटीसेप्टिक घोल से साफ करते रहें। इससे कुत्ते का मुंह सूखा रहता है। यदि कुत्ते के मुंह में कट या चोट लगी है तो ऐसे में पशु चिकित्सक की सलाह के बाद ही दवा का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
  • यदि कुत्ते को पहले से किडनी या लिवर की कोई समस्या है तो ऐसे में इलाज मौजूद बीमारियों की स्थिति के आधार पर होगा। पशु चिकित्सक ऐसे मामलों में एंटीबायोटिक्स का हाई डोज दे सकते हैं, यह सूजन को भी कम करने में असरदार होता है।
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