नॉर्मल डिलीवरी के बाद 40 दिन तक ब्लीडिंग होना सामान्य बात है, यह ब्लीडिंग रूक-रूक कर भी हो सकती है, इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है।
डिलीवरी के बाद 6 हफ्तों तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल है लेकिन आपको 6 हफ्तों से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है जो कि नॉर्मल नहीं है। आप डॉक्टर से मिलकर अपने पेल्विस का अल्ट्रासाउंड और हीमोग्लोबिन टेस्ट करवा लें। डॉक्टर आपके गर्भाशय की जांच करके भी समस्या का पता लगा सकते हैं। यह समस्या आपको डिलीवरी के बाद गर्भाशय की पूरी तरह सफाई न होने से भी हो सकती है।
डिलीवरी के बाद 40 दिन तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल है। कई बार ब्लीडिंग कुछ दिन रूक कर दोबारा भी शुरू हो सकती है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हरी सब्जियां और संतुलित आहार लेते रहें।
यह हार्मोनल असंतुलन की वजह से होता है। डिलीवरी के बाद यह समस्या कई महिलाओं को हो जाती है। इसको डीयूबी (डिस्फंक्शनल यूटरिन ब्लीडिंग) कहते हैं। इसके लिए उनको हार्मोंस बैलेंस करने की दवा लेनी चाहिए।
डिलीवरी के बाद 40 दिन तक ब्लीडिंग होना सामान्य बात है, लेकिन उसके बाद भी महिलाओं को ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। इसमें घबराने की कोई बात नहीं है, उनके खाने-पीने का ध्यान रखें। अगर ब्लीडिंग बंद नहीं होती है, तो आपकी पत्नी की डिलीवरी करने वाली डॉक्टर से बात करें।
डिलीवरी के बाद 60 दिन तक ब्लीडिंग होना सामान्य नहीं है, आपने जिस डॉक्टर से अपनी डिलीवरी करवाई है उनसे एक बार अपनी जांच करवा लें।
बच्चे को लगातार स्तनपान करवाने की वजह से कई बार 1 साल तक पीरियड्स नहीं आते हैं। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।
डिलीवरी के बाद 3 महीने तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल नहीं है। डिलीवरी के बाद आपको लंबे समय तक ब्लीडिंग हो रही है जो कि सही नहीं है। गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच और इलाज करवा लें।
डिलीवरी के बाद 40 दिन तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल है। आपको पैरों को क्रॉस करने या बैठने में दिक्कत होती है तो आपको गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच करवा लेनी चाहिए। डॉक्टर देखकर बताएंगे कि कहीं आपको टांके वाली जगह पर तो कोई प्रॉब्लम नही है। इस वजह से भी आपको दर्द हो सकता है।
डिलीवरी के टांकों को ठीक होने में 6 हफ्तों का समय लगता है। आपकी डिलीवरी को 6 हफ्ते से ज्यादा समय हो चुका है तो अब यह ठीक हो जाना चाहिए। डिलीवरी के 40 दिन के बाद ब्लीडिंग या किसी तरह का डिस्चार्ज होना नॉर्मल नहीं है। आपको तुरंत गायनेकोलॉजिस्ट से मिलना चाहिए और अपनी जांच करवा लेनी चाहिए।
ऐसा हार्मोन असंतुलन की वजह से भी हो सकता है। डिलीवरी के बाद महिलाओं में यह प्रॉब्लम होना नॉर्मल है। आपको थोड़ा इंतजार करना चाहिए, यह ठीक हो जाएगा। अगर इसके बाद भी आपको यह प्रॉब्लम होती है तो डॉक्टर से मिलें और अपनी जांच करा लें।
सामान्य मासिक चक्र में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बीच संतुलन होने से एंडोमेट्रिअम पर दबाव नहीं पड़ता है। मासिक धर्म के दौरान यह हट जाती है। हार्मोंस असंतुलित होने पर मासिक धर्म अनियमित हो जाते हैं। आप गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच करवा लें।
आपको डिलीवरी के बाद पीरियड्स देरी से आए हैं और आप बच्चे को दूध पिला रही हैं तो इससे आपको किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। पीरियड्स ब्रेस्ट फीडिंग को प्रभावित नहीं करते हैं। डिलीवरी के बाद 40 दिन तक ब्लीडिंग होती है, इसके बाद भी अगर आपको यह समस्या होती है तो एक बार डॉक्टर को दिखा दें।