मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति, महिलाओं में मासिक धर्म के स्थायी रूप से बंद हो जाने की स्थिति को कहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुरुषों में भी मेनोपॉज होता है? जी हां, पुरुषों को भी एक अवस्था के बाद मेनोपॉज से गुजरना होता है। इस स्थिति को एंड्रोपॉज या मेल मेनोपॉज के नाम से जाना जाता है। यह पुरुषों में उम्र के आधार पर होने वाले हार्मोन के स्तर में परिवर्तन का सूचक होता है। महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान जिस तरह से एस्ट्रोजन हार्मोन में कमी आ जाती है उसी प्रकार एक समय के बाद पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की कमी देखने को मिलती है।
सामान्य तौर पर पुरुषों में यह फेज 50 से 60 की उम्र के बीच में आता है। इस दौरान टेस्टोस्टेरोन लेवल काफी कम हो जाता है। हालांकि, टेस्टोस्टेरोन लेवल के कम होने के लक्षण जल्दी पहचान में नहीं आते हैं। कई शोध बताते हैं कि पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल 30 वर्ष की आयु के बाद कम होना शुरू होते हैं और उम्र के साथ यह प्रक्रिया चलती रहती है। अब सवाल खड़ा होता है कि आखिर टेस्टोस्टेरोन है क्या? टेस्टोस्टेरोन वृषण में निर्मित होने वाला एक प्रकार का हार्मोन है। यह सेक्स ड्राइव को ईंधन देने का काम करता है। इस लेख में हम आपको मेल मेनोपॉज से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी देंगे।